pub-7443694812611045 प्रदेश सरकार के आदेश को हवा में उड़ाते,,,,शासन प्रशासन के नुमाइंदे,,,,,? रन्नौद तहसील व थाना रन्नौद के साठगांठ से बेख़ौफ़ हो रहा रेत का अवैध खनन व परिवहन, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान। बांध रखी है आँख पर पट्टी ।जब कोई मीडिया वाला मामले से कराता है अबगत: तो अभद्र भाषा का प्रयोग में मिलता है जबाब । - Agnichakra

प्रदेश सरकार के आदेश को हवा में उड़ाते,,,,शासन प्रशासन के नुमाइंदे,,,,,? रन्नौद तहसील व थाना रन्नौद के साठगांठ से बेख़ौफ़ हो रहा रेत का अवैध खनन व परिवहन, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान। बांध रखी है आँख पर पट्टी ।जब कोई मीडिया वाला मामले से कराता है अबगत: तो अभद्र भाषा का प्रयोग में मिलता है जबाब ।









रन्नौद तहसील व थाना रन्नौद के साठगांठ से बेख़ौफ़  हो रहा रेत का अवैध खनन व परिवहन, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान।

बांध रखी है आँख पर पट्टी ।जब कोई मीडिया वाला मामले से कराता है अबगत तो  अभद्र भाषा का प्रयोग । मिलता है जबाब।

                        

और दी जाती है धमकिया या फिर किसी पुलिस से जुड़े नोमाइन्दो से दिल बाई जाती है जाति सूचक गाली।



शासन को हो रहा लाखों रूपये राजस्व का नुकसान ।

शासन के आला अधिकारी की लाख कोशिशों के बाद भी सिंध व भरौता नदी से रेत का अवैध खनन नहीं थम रहा है।...आला अधिकारी की महनत पर छोटे मोटे शासन व प्रशासन के नुमाइंदे फेर देते है पानी।


                           

शासन की कोशिशों के बाद भी नदी से रेत का अवैध खनन नहीं रूक रहा है। क्षेत्र में कई जगह बड़े पैमाने पर रेत का अवैध खनन किया जा रहा है। बेखौफ होकर अवैध रेत का परिवहन किया जा रहा है। अफसर भी लापरवाही बरत रहे हैं। 



रेत माफिया अपनी आमदनी बढ़ाने में लगे हैं। अफसर इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। शासन को राजस्व का नुकसान हो रहा है। जानकारी के मुताबिक सिंध नदी गुंजारी नदी के पठ से प्रति दिन दर्जन भर टैक्टर ट्राली व डम्पर के सहारे किया जा रहा  परिवहन अधिकतर =माफिया  द्वारा ट्रैक्टर-ट्राली से रेत का काला बेपार किया जा रहा हैं।


 दिन और रात को बड़े पैमाने पर रेत ले जाई जा रही है। कार्रवाई नहीं होने से रेत माफिया लगातार खनन में लगे हैं।। जब कभी कार्यवाही होती है तो कुछ को पकड़ कर बाकि को छोड़ कर कार्यवाही की जाती है। 


और बो भी रेत माफियाओ पर तहसील लेवल तक कार्यवाही होती है जिससे थोडा बहुत जुर्माना करा कर हौसले बुलन्द हो जाते है अगर कोई भी अबैध उत्खनन कर्ता पर माइनिंग विभाग से के तरफ से कार्यवाही हो तो कुछ लम्बी प्रक्रिया हो सकती है।



जैसा की हमे प्रतीत हुआ है प्रदेश के आला अधिकारी के द्वारा कहा गया कि अब से कोई भी वाहन अगर अबैध उत्खनन में पाया जाता है तो राजसात किया जावेगा परंतु ऐसा कुछ कार्रवाई के रूप में दिखाई नहीं दे रहा तभी तो अवैध उत्खनन कर्ताओं के हौसले बुलंद है जिले के आला अधिकारियों को जल्द कोई अवैध उत्खनन पर राजसात कार्रवाई करें जिससे अवैध उत्खनन कर्ता  में हड़कंप की स्थिति निर्मित हो।



 रेत निकालने के लिए मजदूर तैनात रहते हैं। खुदाई कर ढेर लगा दिया जाता है। जैसे ही ट्रैक्टर-ट्रॉली आती है। मजदूर रेत ट्राली में भरने लगते हैं। कुछ ही समय में ट्रॉली भरकर निकल जाती है। सिंध नदी .गुंजारी नदी.सजाई नदी.सखनोर के पठ पर तो प्रति दिन लाखो रूपये की बजरी निकली जा रही है।


एजवारे पर बने पुल सिंध नदी पर भी रेत के साथ- साथ पुल के नीचे बड़ी बड़ी पत्थर की चट्टानों को काट कर बाजार में ओने पोने दामो में बेचा जा रहा है।।       



जिससे पुल को खतरा है साथ ही शासन के खाते में कटौती हो रही है। 


अन्य क्षेत्र में भी बड़े पैमाने पर अवैध उत्खनन हो रहा है। बावजूद इसके अफसर आंखें मूंदे बैठे हैं। रेत माफिया मनमर्जी के दामों पर बेचकर मुनाफा कमा रहे हैं।       


ग्रामीणों के मुताबिक रेत निकाले जाने की सूचना कई बार अफसरों को दी जाती है। लेकिन समय पर नहीं आने के कारण रेत माफिया बच निकलते हैं। अगर अ जाते है तो कुछ अबैध उत्खनन वालो को पकड़ का वाह वाही लूटते है बाकि को ऐसे  छोड़ कर पड़ला झाड़ देते है जैसे कुछ हुआ न हो।

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