,,,,जब भी कहि व्यापारी का माल होता है जप्त#तो बन जाता कोई न कोई फसल का किसान#ऐसा ही बना मामला ,,,,,✒एसडीएम द्वारा जप्त किए उडद पर महिला ने किया अपना दावा,कहा बटाई की है फसल |और छुड़ा लिया माल ऐसे न जाने कितने किसान की आड़ में आरोपी बच जाते है।जल्द को एक्शन लेना चाहिए जिम्मेदार लोगो को।
बैराड़ । कृषि उपज मंडी बैराड़ में 17 जनवरी को पोहरी एस डी एम मुकेश सिंह द्वारा जब्त गीता देवी पत्नी दयाल चंद के पुत्र द्वारा उपार्जन केंद्र पर लाई गई उड़द की 30 क्विंटल उड़द को किसानों के नाम पर फर्जीवाड़ा करने के नाम पर फसल जब्त की कार्यवाही में आज उस समय नया मोड़ आ गया है।
जप्त किए गए उडदो पर महिला गीता एवं उसके पति ने तहसील कार्यालय पर एसडीएम के नाम नायब तहसीलदार धीरज सिंह को को एक आवेदन देकर बताया कि उसके मायके जाने पर उसकी फसल को उसका बेटा श्याम तुलाने आया था जिसे फर्जीवाड़ा बताकर कार्यवाही की गई है जो उसके साथ अन्याय है आवेदन के साथ जिन किसानों के पंजीयन थे उनके द्वारा उनकी जमीन उसे बटाई पर देने के किसानों के शपथ पत्र प्रस्तुत करते हुए कहा कि उसने किसानों से बटाई पर उनकी खेती लेकर फसल बोई थी।
जिसकी कृषि उपज उड़द मेरे बेटे श्याम ने विक्रय की थी महिला ने बताया कि उसके साथ गलत हुआ है वह गरीब महिला है कोई व्यापारी नहीं है। महिला का आवेदन नायब तहसीलदार धीरज सिंह द्वारा एसडीएम पोहरी से फोन पर चर्चा के उपरांत ले लिया और महिला को बटाई पर देने वाले किसानों के एसडीएम ऑफिस में बयान कराने एवं साक्ष्य प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
सूत्रो की माने तो जिसका माल पकड़ा है उक्त माल को सायद वयान बाजी को देखते हुए किसान का पंजीयन अनुसार माल को वापिस कर दिया है।
अब देखना यह कि अगर माल को सही सुरक्षित वापस कर दिया है तो फिर किसके कहने पर
या किसी टसन बाजी में यह किसी ने कर बाया है या फिर तसल्ली करने के लिए यह काम करवाया इसका भी सामना होना चाहिए कि माल पकड़ा हुआ है तो शिकायतकर्ता कौन है देखना यह है कि जिम्मेदार अधिकारी शिकायतकर्ता को ओपन करते हैं या नहीं।।।।।।।।

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