पिछोर रेंजर अनुराग तिवारी व परिक्षेत्र सहायक मायापुर ने सीएम हेल्पलाइन का बनाया मजाक फर्जी बयान दर्ज कर लूट ली वाहवाही, वन विभाग में चल रही, मनमानी पर कब लगेगा विराम,।।
परिक्षेत्र अधिकारी पिछोर व परिक्षेत्र सहायक मायापुर की काली कारतूत, कार्यवाही पर पर्दा डालने बेबुनियाद रच दी कहानी,।।
एक ओर मध्यप्रदेश शासन की सीएम हेल्पलाइन आम जन को बर्दान साबित हो रही है तो वही वन विभाग में फर्जी बयान दर्ज कर शिकायत को गलत बता कर आंख मिचौली का खेल बादस्तूर जारी।।
@मोहम्माद फरहान काजी न्यूज पंच रन्नौद , - शिवपुरी :- जिले के वन परिक्षेत्र पिछोर क्षेत्र में आये दिन वन विभाग से जुड़ी तमाम खबरें देखने को आती है, जिनमे वन विभाग के आला अफसर व सहायक के संरक्षण में अवैध खनन व जंगल कटाई की खबरें आती है उक्त जिम्मेदारो का रटा रटाया जबाब मिलता है कि हम देख लेते है यह सब बातें झूठी है,।।
बॉक्स :- इसके बाद अब नई ओर उदासीनता जग जाहिर करती हुई एक ख़बर सामने आई है जहाँ वन परिक्षेत्र पिछोर महकमे के जिम्मेदार अनुराग तिवारी व परिक्षेत्र सहायक मायापुर ने मिल कर एक लंबे समय से चली आ रही कार्यवाई जो की अब भी चर्चा में बनी हुई है वह यह है कि वन परिक्षेत्र पिछोर के सब रेंज राजापुर अंतर्गत रूपेपुर गांव में करीब 2 साल पहले सरपंच सचिव ने वन महकमे के आला अफसर व छोटे अधीनस्थ के साथ गांठ करके वन भूमि पर बनी रेंज की बाउंड्री बल के पत्थर चोरी छुपे सरपंच सचिव व गांव के भुल्ल महराज नामक व्यक्ति ने पास के तालाब में लगा दिए उस समय से लगातार समाचार प्रकाशन किये जा रहे है जिसके बाद भी जिम्मेदारो के कान में जुंह तक नही रेंगी है,साथ ही पाठको को ज्ञात करा दे कि उक्त मामले में शिकायत कर्ता md . farhan ने मध्यप्रदेश शासन के द्वारा चलाई जा रही सीएम हेप्लाइन पर अपनी शिकायत दर्ज कराई थी ,जिसको लेकर अधिकारी फर्जी बयान दर्ज कर अपनी इमेज बढ़ाने का काम बखूबी कर रहे है।।
जानकारी के अनुसार , वन मंडल शिवपुरी के परिक्षेत्र पिछोर की सब रेंज राजापुर के बीट रूपेपुर में 30 व 31 जनवरी 2021 को ख़बर चर्चा में आई थी मध्यप्रदेश शासन ने मवेशियों को पानी पीने के लिए व गरीब कृषक को पानी हेतु तालाब निर्माण के लिए लाखों रुपया स्वीकृत कर भेजा गया था, जहाँ सरपंच सचिव ने शासन के नियम को ठेंगा दिखाते हुए पहले तो मशीनो से रेंज भूमि के इर्द गिर्द तालाब निर्माण का कार्य तेज गति से करा दिया जिससे सरपंच व सचिव एवं जनपद के जिम्मेदारो की मानो जमकर जेब गर्म हो गई हो, सरपंच सचिव का मन नही भरा तो गांव के भुल्ला नामक व्यक्ति के सहयोग से वन भूमि में बनी सी बी डब्लू दीवाल के पत्थर बोल्डर चोरी छुपे पास में बने तालाब में लगा दिए जब गांव के जागरूक नागरिकों ने उक्त घपले का जमकर विरोध किया तो वन महकमे के साथ सरपंच सचिव व भुल्ला नामक व्यक्ति के हाथ पांव फूल गए और मामले पर पर्दा डालने का काम बखूबी करने लगे , ।।
पाठको को ज्ञात करा दे कि जब मामले की जानकारी शिवपुरी डीएफओ व सीसीएफ महोदय को दी गई तो आनन फानन में जिम्मेदारो ने जांच दल बना कर मामले की पड़ताल कराई उक्त समय मे प्रभारी रेंजर अभिषेक शर्मा ने मौके पर जाकर जायजा लिया तो बक़ाई में वन भूमि में बनी रेंज की सी पी डब्लू दीवाल कुछ हिस्से में आस्तित्व में मिली तो प्रतीत हुआ कि सरपंच सचिव ने टैक्टर ट्राली के माध्यम से बाउंड्री बल के पत्थर बोल्डर नष्ट कर चोरी छुपे तालाब में लगा लिए मामले की काफी समय से रेंजर अनुराग तिवारी जी से कार्यवाई की मांग की जा रही है जिस पर वह महान अधिकारी के कान में जुंह तक नहीं रेंग रही हैं, जब भी उक्त मामले पर प्रतिक्रिया मांगी जाती है वह किसी न किसी तरह का बहाना बना कर मामले को चलता कर देते है , फिर मुद्दा गरमाया तो बोला जाता है कि केवल 2 से 3 दिन का समय दो फिर बोला जाता है कि इस बार पक्का 7 दिन के अंदर सम्पूर्ण कार्यवाई की जावेगी इस तरह से आज तक कार्यवाई नहीं हुई है , ।।
पाठको ज्ञात करा दे कि पिछले 30 जनवरी 2021 से रेंजर अनुराग तिवारी जी के रटे रटाये बयान से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कहा कार्यवाई होती भी होगी या नहीं,।। इतना समय बीतने के बाद भी रेंजर अनुराग तिवारी जी कार्यवाई न करना बहुत कुछ जग जाहिर कर रहा है ।।
पाठको को विशेष बात अंत के ख़बर में बता दे कि वन महकमे के जिम्मेदारो द्वारा साठ गांठ करके रेंज की सी पी डब्लू दीवाल चोरी छुपे तालाब में लगा ली उसके बाद कोई हल नही निकला जिम्मेदार मामले को दबाते चले आ रहे है , उक्त मामले की शिकायत सीएम सिटीजन एप के माध्यम से 200 शब्दों में शिकायत मय साक्ष्य के दर्ज किए गए जिसके बाद जिम्मेदार हरकत में आये और शिकायत का हल निकालने की जगह रेंजर अनुराग जी के कहने पर सहायक मायापुर ने फर्जी तरीके से बयान दर्ज करा कर वाहवाही लूट ली जबकि शिकायत कर्ता से कोई सम्पर्क नहीं किया न ही फोन लगाया , बयान में दर्ज कराते हुए लिखा गया कि,,,,,, शिकायत की जॉच परिक्षेत्र सहायक मायापुर द्वारा वन अमले को साथ रखकर की गई, परिक्षेत्र सहायक द्वारा शिकायत के संबंध में शिकायतकर्ता से संपर्क किया गया किन्तु उनके द्वारा फोन रिसीव नही किया गया। ग्राम रन्नौद में जाकर तलाश करने पर उनका कोई पता नही लगा। तत्पश्चात परिक्षेत्र सहायक द्वारा स्टाफ सहित सबरैंज मायापुर के अंतर्गत सभी वृक्षारोपणों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण समय किसी भी वृक्षारोपण की दीवाल क्षतिग्रस्त होना नही पाई गई है।
वृक्षारोपणों की दीवाल पूर्ण रुप से अपने निर्धारित स्थल पर बनी होना पाई गई है। शिकायतकर्ता का यह कहना कि वृक्षारोपण की दीवाल के पत्थर तालाब में लगा लिये गये है, पूर्णतः असत्य एवं निराधार है। इस प्रकार की गई शिकायत पूर्णतः असत्य एवं निराधार है। उक्त जाँच से सहमत होते हुए अतः शिकायत को बंद की जाना उचित है। जब शिकायत कर्ता ने शिकायत की स्थिति देखी तो, पता चला कि उक्त शिकायत को फर्जी बता कर बन्द कर दिया गया है ,जब सहायक मायापुर से सम्पर्क साधा तो उनका साफ शब्दों में कहना था कि हमने कोई बयान दर्ज नहीं किये है न ही शिकायत कर्ता को हमने तलाशा है , जो बयान हमारे नाम से दर्ज किए है कही न कही पिछोर रेंजर अनुराग तिवारी साहब ने दर्ज कराए है , बाकी आगे क्या कहानी पक रही है जल्द देखना दिलचस्व होगी,,,,,,।।


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