,,मुसीवत का बड़ा मोड़ पोहरी पर,,,,,,?पोहरी राजनीति: पंडित जी मैदान में, भाजपा-कांग्रेस की बढ़ी मुश्किलें।
शिवपुरी। पोहरी विधानसभा चुनाव अब एक दिलचस्प मोड़ पर पहुंच चुका है। अभी तक पोहरी के चुनाव में ब्राह्मण उम्मीदवार और धाकड़ उम्मीदवार में सीधे-सीधे मुकाबला होता आ रहा था, लेकिन इस बार हालात कुछ अलग ही बने हैं। इस बार सीधे-सीधे मुकाबला धाकड़ वनाम धाकड़ है और पंडित जी ने साइड से एंट्री मारी है अर्थात् निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में। आज नामांकन पत्र दाखिल करने के अंतिम दिन विवेक पालीवाल ब्राह्मण प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन पत्रदाखिल कर चुनाव मैदान में कूद गए हैं। विवेक पालीवाल के निर्दलीय मैदान में आने के बाद भाजपा-कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। इसका कारण है कि विवेक पालीवाल के साथ ब्राह्मण वोटरों का बड़ा समर्थन। विवेक पालीवाल के घर में दो जनपद सदस्य हैं जिनमें खुद विवेक पालीवाल भी शामिल हैं।इनका खुद का क्षेत्र में एक वर्चस्व माना जाता है। वर्तमान परिस्थितियों से जिस तरीके का वातावरण निर्मित हुआ है उसका फायदा विवेक पालीवाल को मिल सकता है क्योंकि भाजपा कांग्रेस ने इस बार धाकड़ उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है जिसके कारण ब्राह्मण वर्ग असंतुष्ट हैं। अपुष्ट सूत्रों की मानें तो हजारों की संख्या में ब्राह्मणों ने सलाह मशवराकर विवेक पालीवाल को आगे किया है। विवेक पालीवाल भाजपा के जमीनी कार्यकर्ता हैं इसलिए वह भाजपा के वोट बैंक में सेंध लगाएंगे यह तो निश्चित है। बताया तो यहां तक भी जा रहा है कि कांग्रेस के नेता भी अंदरूनी रूप से पंडित जी के समर्थन में हैं और वह अंडरग्राउण्ड पंडित जी के पक्ष में काम करने में जुटे हुए हैं। अब देखना होगा कि पंडित जी के मैदान में उतरने से पोहरी के राजनीतिक समीकरणों पर क्या असर दिखाई पड़ता है।

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