नदी नालो में गन्दगी कर किया जा रहा नदी का पानी दुषित जिम्मेदार मोन।
शासन के कई तरह के प्रयास विफल होते नजर देखाई दे रहे है।
जिम्मेदाराना द्वारा हर नदी को साफ सुत्तरा
रखने का लिया जा रहा है संकल्प भी मामला शून्य।
रन्नौद। न्यूज
सरकार एक ओर जहां देश में नदियों को बचाने के लिए उनके संरक्षण के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, क्योंकि नदियां रहेंगीं तो हमारी संस्कृति और सभ्यता भी सुरक्षति रहेगी, लेकिन ठीक इसके विपरीत ग्राम रन्नौद में सेन अपनी दुकान के बाल नदियों के बीचों-बीच डाल रहे है।इसी के चलते कई लोग भी गन्दगी करने के आदि है, जिससे नदी के जलाशय और जल स्रोत दूषित हो रहे हैं। वहीं वर्तमान में ग्रीष्मकाल के कारण नदी में जगह-जगह जलाशयों में पानी भरा हुआ है इसमें पशु-पक्षी व नदी के जीव जंतु अपनी प्यास बुझाकर तृप्त होते हैं। उन जलाशयों मे सेनो के द्वारा कचरा डालने से पेयजल की समस्या से पशु-पक्षियों को जूझना पड़ रहा है, यदि यही हाल रहा तो एक दिन नदी सिर्फ एक नाला बनकर रह जाएगी।
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