एक साथ टुटा दुखों का पहाड: एक तरफ गोदाम में आग लग गई, तो 25 लाख का नुकसान हो गया इधर पिताजी की मौत हो गई,उधर✒उक्त घटना को क्या कहा जाये............डॉट
जानकारी के अनुसार नरेश चौरसिया का करैरा कस्बे में पुराने बस स्टैण्ड के पास चौरसिया टेंट हाउस के नाम से टेंट का व्यापार चलाता था। उनके टेंट का सामान ज्यादा होने के चलते अलग अलग तीन दुकानों में रखा हुआ था। परंतु बीते कुछ दिनों पूर्व नरेश चौरसिया ने उक्त सामान को पुराने बस स्टेण्ड के पास एक गौदाम में रखबा दिया था। कल रात्रि में नरेश अपने टेंट का गोदाम बंद कर अपने घर गया और देखा तो उनके बुर्जुग पिताजी आखरी सांस ले रहे थे।
रात्रि में लगभग 12 बजे उनके पिता उनके बीच से चले गए। पूरा परिवार इस दुख में दुखी होकर रो रहा था। तभी सुबह लगभग 5 बजे कुछ लोगों ने सूचना दी कि उसके गोदाम में आग लग गई है। वह तत्काल मौके पर पहुंचे और फायर विग्रेड को फोन लगाया। परंतु फायर विग्रेड मौके पर नहीं पहुंच सकी। तत्काल प्रायवेट टैंकरों से आग को बुझाने का प्रयास किया। परंतु तब तक आग अपना काम कर चुकी थी।
इस घटना में टेंट के गोदाम में रखा लगभग 25 लाख रूपए का सामान राख हो गया। अब एक साथ दुख के दो पहाड टूटने पर नरेश चौरसिया बैहद आहात दिखाई दे रहे थे। जिन्हें बुजुर्गो ने समझाया और आग को बुझाया। जब तक आग पर काबू पाते तब तक आग अपना काम कर चुकी थी।
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