करीला मेले जाते समय हुआ दर्दनाक एक्सिडेंट में रन्नौद से चन्द किलोमीटर पर रहने वाले हरिओम राय की हुई मौत।। एक बार एक्सिडेंट की मर झेली दूसरी झेली आखिर तीसरी बाइक व एम्बुलेंस हादसे में तोडा दम परिवार व मित्र में लहराई शोक की लहर।।। गांव के लोगो ने बताया की देर रात्रि मृतक हरिओम अपनी खेत से फसल निकल कर खाली कर के रात में ही करीला मैया के लिए जाने को कई लोगो से कहने लगा कि चलो परन्तु कई लोगो मना किया और चले गए पहले जाने से पहले गांव में ही चक्कर लगाये और मैया के जय कारें लगाते हुए निकल पड़े रस्ते में कई गांव के सदस्य से उलट पुलट वाते कह कर गया और कहा कि मिल्लो यारो यह दिन मिले न मिले। बस कह कर चलता बना गांव के लोगो यह भी कहना है सायद मृतक हरिओम को कुछ दिख रहा था तभी आनप सनाप बाते कह गया और वह बात सत्य निकली । कई बर्षो से जाता था मैया के दर्शन के लिए।
शिवपुरी जिले के ग्राम रन्नौद घिलोन्द्रा से दो बाइकों से कुछ युवक मेले में जा रहे थे। जब यह बाइक चालक ग्राम इमला के समीप से गुजर रहे थे तभी एक ट्रैक्टर ट्राली से बाइक टकरा गई। इसमें बाइक सवार तीन युवाओं में से दो घायल हो गए। घायलों को सड़क पर लोग देखते रहे परन्तु किसी ने पुलिस को सूचना नहीं दी। इसी दौरान खेल युवा विभाग के अरुण रघुवंशी ग्वालियर से लौट रहे थे। तब उन्होंने घायलों को देखा और अपने वाहन में रखकर जिला अस्पताल उपचार के लिए पहुंचाया। हरिओम राय पिता मनोज राय उम्र 24 वर्ष गंभीर रूप से घायल हुए थे। जिन्हें उपचार के बाद डॉक्टरों ने भोपाल के लिए रेफर किया, परन्तु एम्बुलेंस नहीं होने और साथियों के पास पर्याप्त पैसा नहीं होने के कारण अरुण रघुवंशी ने एक प्रायवेट एम्बुलेंस कर घायलों को भोपाल भेजा। परंतु भोपाल पहुंचने से पहले बैरसिया के समीप हरिओम राय की मौत हो गई। घायल के परिवारजन जानकारी मिलने पर भोपाल पहुंच गए थे। घटना की जानकारी देते हुए सुनील राय ने बताया कि घटना में बाइक सवार विनायक पिता संग्राम राय उम्र 18 वर्ष भी घायल हुआ था जिसका उपचार जिला अस्पताल में किया जा रहा था। इसी बाइक पर सुनील पिता भानू प्रकाश उम्र 21 वर्ष भी सवार था परन्तु इस युवक को कोई चोट नहीं आई। जब घायल को एम्बुलेंस लेकर भोपाल जा रही थी तभी गुना से भोपाल की ओर जाते समय एक ट्रक को बचाते समय एम्बुलेंस सड़क से नीचे उतर गई। कुछ लोगों ने एम्बुलेंस को ट्रैक्टर की मदद से सड़क पर चढ़ाया। जब यह वाहन भोपाल की ओर रवाना हो सका।
गांव के लोगो ने बताया की देर रात्रि मृतक हरिओम अपनी खेत से फसल निकल कर खाली कर के रात में ही करीला मैया के लिए जाने को कई लोगो से कहने लगा कि चलो परन्तु कई लोगो मना किया और चले गए पहले जाने से पहले गांव में ही चक्कर लगाये और मैया के जय कारें लगाते हुए निकल पड़े रस्ते में कई गांव के सदस्य से उलट पुलट वाते कह कर गया और कहा कि मिल्लो यारो यह दिन मिले न मिले।
बस कह कर चलता बना गांव के लोगो यह भी कहना है सायद मृतक हरिओम को कुछ दिख रहा था तभी आनप सनाप बाते कह गया और वह बात सत्य निकली ।
कई बर्षो से जाता था मैया के दर्शन के लिए।
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