pub-7443694812611045 गेहूं का परिवहन छोड़ चना, मसूर, की खरीदी और परिवहन में हीलाहवाली:-✒चार हजार पाच सो बोरी चना कि सात सो बोरी मसूर की पड़ी खुले आसमान में परिवहन के लिए सप्लाई करने वाले कुम्भकर्ण की नींद में सोये हुए है।दिन भर चली आंधी तूफान शाम धलते ही बूंदा बांदी शुरू हुई तो खुली जिम्मदरो की नींद अपना ताम झाम लेकर मंडी के अंदर इंट्री दे डाली खुले आसमान के नीचे लेपटॉप ले कर करने लगे लेखा जोखा तेज बारिश हुई तो केंद्रों पर ही बर्बाद हो जाएगा अनाज ।आखिर मौसम को देखते हुए क्यों देरी की जा रही परिवहन में क्या जिम्मेदारों द्वारा शासन को बाकई में हद से ज्यदा चूना लगाने के फ़िराक में है परिवहन महकमा । पूर्व टाइगर की सरकार के समय नही की ऐसी हिला -हावली खरीदी केंद्र पर परिवहन के लिए ।। क्या अपनी नोकरी प्यारी नही है क्या जिम्मेदाराना अधिकारियो को। - Agnichakra

गेहूं का परिवहन छोड़ चना, मसूर, की खरीदी और परिवहन में हीलाहवाली:-✒चार हजार पाच सो बोरी चना कि सात सो बोरी मसूर की पड़ी खुले आसमान में परिवहन के लिए सप्लाई करने वाले कुम्भकर्ण की नींद में सोये हुए है।दिन भर चली आंधी तूफान शाम धलते ही बूंदा बांदी शुरू हुई तो खुली जिम्मदरो की नींद अपना ताम झाम लेकर मंडी के अंदर इंट्री दे डाली खुले आसमान के नीचे लेपटॉप ले कर करने लगे लेखा जोखा तेज बारिश हुई तो केंद्रों पर ही बर्बाद हो जाएगा अनाज ।आखिर मौसम को देखते हुए क्यों देरी की जा रही परिवहन में क्या जिम्मेदारों द्वारा शासन को बाकई में हद से ज्यदा चूना लगाने के फ़िराक में है परिवहन महकमा । पूर्व टाइगर की सरकार के समय नही की ऐसी हिला -हावली खरीदी केंद्र पर परिवहन के लिए ।। क्या अपनी नोकरी प्यारी नही है क्या जिम्मेदाराना अधिकारियो को।



 गेहूं का परिवहन छोड़ चना, मसूर, की खरीदी और परिवहन में हीलाहवाली


चार हजार पाच सो बोरी चना कि सात सो बोरी मसूर की पड़ी खुले आसमान में परिवहन के लिए सप्लाई करने वाले कुम्भकर्ण की नींद में सोये हुए है।।


दिन भर चली आंधी तूफान शाम धलते ही बूंदा बांदी शुरू हुई तो खुली जिम्मदरो की नींद अपना ताम झाम लेकर मंडी के अंदर इंट्री दे डाली खुले आसमान के नीचे लेपटॉप ले कर करने लगे लेखा जोखा।




   
तेज बारिश हुई तो केंद्रों पर ही बर्बाद हो जाएगा अनाज ।आखिर  मौसम को देखते हुए क्यों देरी की जा रही परिवहन में 



क्या जिम्मेदारों द्वारा शासन को बाकई में हद से ज्यदा चूना लगाने के फ़िराक में है परिवहन महकमा ।



पूर्व टाइगर की सरकार के समय नही की ऐसी हिला -हावली खरीदी केंद्र पर परिवहन के लिए ।।



क्या अपनी नोकरी प्यारी नही है क्या जिम्मेदाराना अधिकारियो को।।

 मीडिया हॉउस न्यूज रन्नौद . जिले की तहसील रन्नौद  में समर्थन मूल्य पर गेहूं, चना, मसूर व सरसों की खरीदी में से अब तक केवल गेहूं की खरीदी पटरी पर नजर आ रही है। शेष चना, मसूर की खरीदी से लेकर परिवहन में हीलाहवाली हो रही है। पंजीयन के अनुसार अब तक ठीक से खरीदी नहीं हो सकी है और परिवहन पर तो ध्यान ही नहीं है। खरीदी केंद्र पर हाजरो बोरियो से लदा माल खुले आसमान के  नीचे डला है गेंहू कि तो थोडा थोडा रुक रुक कर माल का परिवहन किया जा रहा परन्तु वह परिवहन जो हो रहा है नतीजे में जीरो प्रतिशत हो रहा है आज पुरे दिन आंधी तूफान आता रहा और देखते ही देखते पानी ने भी आना शुरू कर दिया है ।।



 हालात यह हैं कि जितनी उपज किसानों से खरीदी गई है वह भी केंद्रों पर खुले में पड़ी है। यदि जिम्मेदारों की अनदेखी एेसे ही चलती रही तो शासन को करोड़ों रुपए का चूना लग सकता है। क्योंकि बीते तीन दिन से रोजाना आसमान पर बादल छा रहे हैं, और तूफान के चलते बूंदा बांदी ने अपना जोर आजमा ही दिया



 इस बार प्रदेश ही नही प्रतेक संभाग जिला तहसील पर

अभी तक गेहूं की बंपर आवक जारी है ।




 आज दिनाक तक की स्थिति  में लाखो क्विंटल गेहूं की खरीदी की जा चुकी है

और चना मसूर अभी 5000 बोरी ही खरीदी की है।

 परन्तु परिवहन में बढ़ोतरी होने का नाम नहीं ले रही।।



  लेकिन चना, मसूर व सरसों में से मूसर और चना ही ख़रीदा गया है







 इसमें भी यदि उपज के हिसाब से देखें तो केन्द्रो में अब तक  खरीदी जारी है, लेकिन परिवहन जीरो है।


जिम्मेदारो को कई बार किये कॉल नही उठाया कॉल।



 20 हजार से अधिक गेंहू की बोरी खुले मैदान में पड़ी ।और 25 जगह बारदाना की कमी के चक्कर में डम्प लगाये बेठे किसान उनके फसल की कैसे होगी बचत उनके पास तो नही है इंतेजाम

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