रन्नौद। मोहम्मद फरहान काजी ।
कोलारस अनुविभाग के अंतर्गत आने वाली तहसील रन्नौद कस्बा में माहे रमजानुल मुबारक के मौके पर रन्नौद नगर की मस्जिदों में चौथे जुमा की नमाज सभी मस्जिद में अदा की गई। यानि अलविदा जुमे की नमाज अदा की गई और ईदुलफितर की नमाज कितने बजे पढाई जाये इसका तजकिरा किया।
नमाज से पहले इमाम साहब ने खुत्वा पढ़ाया माहे मुबारक रमजान के महीने के बारे में बताया और कहा यह महीना सबसे अफजल है और यह माह बहुत ही अहम है। यह माह हजार माह से अफजल है और बरकत वाला महीना है इसकी कदर करना चाहिए और रोजे रखना चाहिए, जकात देना चाहिए और कहा यह माह की फ़जीलत काफी ज्यादा बताई गई है। इसी माह में पाक साफ कुरान शरीफ नाजिल हुआ आसमान से कुरान शरीफ को उतारा गया और बताया गया जुमे की नमाज का दिन बहुत ही अहम है। इसी के दिन दुनियाबसी, इसी दिन दुनिया खत्म होगी। यह भी बताया गया जुमे की नमाज ईदुल-उल फितर व ईदुल-उल-अजहा से भी ज्यदा मर्तबा वाला दिन है। इसलिए जुमे की नमाज का खुत्वा और नमाज का एहतेमाम करना जरुरी है। इमाम साहब ने दुआ की और सभी नामजियो ने देश व दुनिया में अमन-चैन की दुआ मांगी गई। रमजानुल मुबारक़ के पाक साफ महीने के सभी रोजेदार अपने खुदा के लिए इबादत गुजार बन रहे है। खुदा को राजी करने के लिए एक माह तक रोजे रख रहे हैं। रोजेदार भीषण गर्मी की उमस से अल्लाह तबारक तआला से रोजा इफ्तार और फर्ज नमाज में सुन्नत ए तरावीह के वक्त अच्छी बारिश की दुआ मांगी जा रही है और सभी को भाई चारे के साथ रहने की हिदायत दी और हिन्दू भाई से भी भाई चारा बना कर रखे इस्लाम में किसी से बैर रखना नही सिखया और मोहम्मद साहब ने अनेको की गलत बातो को सुन कर किनारा काट देते थे किसी से कुछ काह सुनी न हो जाये जिससे फिर किसी सख्सियत से बैर रखे यह हर क्विज गबारा नही। इस पवित्र माह की जानकारी शहर काजी मोहम्मद जाकिर साहब ने बताई कि यह माह में एक नेकी का 70 दर्जात अमाल नामे में लिखे जाते। इस माह में खेरात जकात सदका निकाल न चाहिए माल ए साहिब के हिसाब इस पवित्र माह में जितना ज्यादा गरीब रोजेदार पर खर्च करोगो अल्लाह तबारक तआला तुमको उससे कई गुनाह माल देगा व अज्र सबाब मिलेगा।
शहर काजी मोहम्मद जाकिर साहब ने बताया कि यह रमजानुल मुबारक का आखिरी आसरा है।और बताया कि शनिवार देर रात्रि को शबेक़द्र मनाई जायेगी और हाफिज ए कुरान द्वारा माह के 26 और 27 की दरमियान में कुरान शरीफ को पूरा कर के नाते कलाम पेश किये जायेंगे और जहाँ जहाँ हाफिज आलिम ने सुन्नते तराबी पढ़ाई है उनको उस दिन सभी के द्वारा नजराना पेश किया जाता है।और फिर पूरी रात हर एक नेक बन्दा बन्दी शबेकद्र मानते हुए रात भर जागरण कर अपने गुनाह की खुदा ए पाक से उक्त माह में जो इवादत में कमी रही हो या जाने अनजाने में कुछ गलती हो गई हो तो रो रो कर गिर गिरा कर दुआए मगफिरत के लिए दुआ की जायेगी।।
मौलाना उसामा व हाफिज सैयद अयान अली ने रमजान में मोमिन बन्दों को हिदायत दी कि यह माह हजार माह से अफजल है और इस माह में अल्लाह के लिए एक नेकी करोगे तो अल्लाह तबारक ब तआला उसके अर्ज ब सबाब में 70 नेकी लिखे जायेंगे , ऐसी ही रमजान के पाक महीने में ऐसे तमाम नेक कार्य करना चाहिए जिससे आख़िरत में वह आप लोगो का सबब का जरिया बने।
अलिवदा जुमे की नामज पड़ कर अभी से ही ईद की तैयारी में जुट गए मोमिन ।
रमजानुल माह के चौथा जुमा व अलविदा जुमे की नमाज अदा करते हुए मुस्लिम बंधु।
नमाज के बाद मुक्तादि नमाज अदा कर मस्जिद से अपने घर का रुख इख़्तियार करते हुए।।
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