शर्मनाक:थानों की सीमाओं के बीच पोस्टमार्टम के लिए झूलता रहा मृतक सिपाही का शव:-✒ बता दें कि हैरानी तो तब हुई जब सिपाही का शव पीएम हाउस पर रखा था और पुलिस एक-दूसरे पर पीएम कराने को लेकर टालमटोल कर रही थी। मामला एसपी के संज्ञान में आया तब माधोगंज थाना पुलिस ने पीएम कराया। “हमें अपनों ने लूटा,गैरों में कहा दम था
ग्वालियर/ ग्वालियर जिलें में SAF की 13वीं बटालियन पदस्थ सिपाही की मौत के बाद थानों की सीमाओं के बीच मृतक सिपाही का शव पोस्टमार्टम के लिए झूलता रहा।
घंटों सिपाही का शव थानों की सीमाओं का नंगा नाच देखता रहा।
इस नींदनीय और शर्मनाक घटना ने महकमे का सिर शर्म से झूका दिया है।
आम लोगों के बीच चर्चाओं का बाजार गर्म है कि जब महकमा अपने सिपाही की मौत पर भी इस तरह का व्यवहार करता है तो आमजन इनसे क्या आस लगाए...???????
दरअसल,रामसेवक शर्मा की मौत के बाद शव पोस्टमार्टम हाउस रखवा दिया गया।
कंपू थाने से पीएम के लिए कहा तो उन्होंने मना कर दिया और कहा बटालियन गिरवाई क्षेत्र में है, इसलिए वही थाना पीएम कराएगा।
उन्हें बताया मौत जेएएच में हुई है,जो कंपू थाना क्षेत्र में है। लेकिन वह कुछ सुनने को तैयार नही थे। बटालियन के अधिकारियों ने एसपी से बात की। इसके बाद माधौगंज थाने के एसआई प्रमोद शर्मा पीएम हाउस पहुंचे। तब पीएम शुरू हुआ।
क्या था मामला.............चर्चित
डीआरपी लाइन में पदस्थ 13वीं बटालियन के सिपाही रामसेवक को घबराहट के साथ सीने में दर्द हुआ। साथियों ने बिना देर किए उन्हें अस्पताल पहुंचाया। करीब 1 घंटे तक डॉक्टर बचाने का प्रयास करते रहे।
आखिरकार उन्होंने दम तोड़ दिया। अस्पताल से सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को निगरानी में लेकर पोस्टमार्टम कराया है। सिपाही की मौत ह्रदयघात होने से मानी जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार भिंड मेहगांव मढ़ाखेरा निवासी 55 वर्षीय रामसेवक शर्मा पुत्र गयाप्रसाद शर्मा 13वीं बटालियन में सिपाही थे।
हाल में वह गुढ़ा स्थित प्रीतम कॉलोनी में अपने परिवार के साथ रहते थे। शुक्रवार रात को उनकी ड्यूटी डीआरपी लाइन में थी। वह लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बनने पर अलर्ट रहने वाली टीम में थे। उनकी ड्यूटी शाम 7 बजे से रात 11.30 बजे तक थी। इसके बाद सुबह 7 बजे से फिर ड्यूटी थी।
इसलिए शुक्रवार रात को ड्यूटी के बाद वह डीआरपी लाइन में ही सो गए। शनिवार सुबह 5.30 बजे अचानक उनको घबराहट होने लगी। साथियों ने पानी पिलाया। उन्हें सीने में दर्द भी हुआ। साथी तत्काल उन्हें अस्पताल ले गए। यहां डॉक्टर ने इलाज शुरु किया। करीब एक घंटे तक डॉक्टर उनको वैंटीलेटर पर रखकर बचाने का प्रयास करते रहे,
लेकिन सिपाही ने दम तोड़ दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को निगरानी में लेकर डेड हाउस पहुंचाया। साथ ही पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजन के सुपुर्द कर दिया है।

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