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खबर का असर अग्निचक्र मीडिया हॉउस ने 10 व 11 अगस्त को खबर प्रमुखता से चलाई थी ग्रामीण को नही मिला था चार माह से राशन। जो 24 अगस्त शनिवार को देहरदा पर पकड़ी थी पीडीएस के माल से लड़ी लोडिंग गाड़ी। वीडियो जरूर देखे और फिर लगाये अंदाजा
खबर का असर अग्निचक्र मीडिया हॉउस ने 10 व 11 अगस्त को खबर प्रमुखता से चलाई थी ग्रामीण को नही मिला था चार माह से राशन। जो 24 अगस्त शनिवार को देहरदा पर पकड़ी थी पीडीएस के माल से लड़ी लोडिंग गाड़ी। वीडियो जरूर देखे और फिर लगाये अंदाजा
खबर का असर अग्निचक्र मीडिया हॉउस ने 10 व 11 अगस्त को खबर प्रमुखता से चलाई थी ग्रामीण को नही मिला था चार माह से राशन।
जो 24 अगस्त शनिवार को देहरदा पर पकड़ी थी पीडीएस के माल से लड़ी लोडिंग गाड़ी।
मोहम्मद फरहान काजी/ रन्नौद :- सरकार रसद माफियाओं पर शिकंजा कसने की पुरजोर कोशिश कर ले परन्तु गरीबों का हक डकारने वाले माफियाओं को जब तक अनुविभाग में आला अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है तब तक माफियाओं पर शिकंजा कसना नामुमकिन ही लग रहा है।
जिले की कोलारस विधानसभा में इन दिनों सबसे ज्यादा शिकायत गरीबों के खाधान्न से जुड़ी ही आ रही हैं।
कोलारस विधानसभा क्षेत्र में गंगोनि/ ठाठी ग्राम पंचायत की उचित मूल्य की दुकान आजकल बहुत ही हाईप्रोफाइल हो गयी है।
पिछले तीन माह में इस दुकान पर खाद्यान्न में गड़बड़ी की कई शिकायतें हुईं, इसके बाद नईदुनिया टीम व अग्निचक्र न्यूज ने खबर को प्रमुखता से दिखाई थी ।
एसडीएम ने जांच कर कार्यवाई के निर्देश दिए थे ।
फ़ूड इस्पेक्टर के जांच से पहले ही माल को माय गाड़ी के साथ एसडीएम महोदय के निर्देश में पकड़ी गई।
परंतु विभाग द्वारा कोई ठोस कार्यवाही अब तक नही की। खाद्यान्न मिल पाने से वंचित ग्रामीण जनसुनबाई में भी इस संबंध में दो तीन बार शिकायत दर्ज करा चुके हैं।
इसके बाद भी जब कोई कार्यवाही नही हुई। तो स्वयं कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी कोलारस एसडीएम आशीष तिवारी से उक्त दुकान पर गड़बड़ी की शिकायत करने पंहुंचे थे।
सूत्र:-
मगर उसी समय एसडीएम कक्ष में कोलारस के ही एक पूर्व विधायक दुकान की सिफारिश लेकर आ गए। हल्की सी तू तू मैं मैं भी हुई लेकिन बात वहीं संभल गयी।
इतना सब होने के बाबजूद भी दुकान की जांच भी नही कराई गई। प्रशासन से कार्यवाही का भय न होने के चलते शनिवार दोपहर दुकान के सेल्समेन ने एक मेटाडोर भरकर गरीबों के हिस्से का गेंहू बेचने के लिए भेज दिया।
ग्रामीणों की सूचना पर एसडीएम तिवारी ने देहरदा तिराहे के नजदीक जाकर उक्त गाड़ी को पकड़ कर अपने कार्यालय पर ले आये।
बाद में उसे जब्त कर कोलारस पुलिस थाने में रखवा दिया है। उक्त गेंहू को पकड़े हुए 48 घंटे से भी अधिक समय हो चला है। परंतु अभी तक कोई कार्यवाही नही की गई है।
सरकारी टैग लगे हैं बोरों पर
एसडीएम द्वारा पकड़ी गई गेंहू से भरी पिकअप पर रीवा की किसी सोसायटी के सरकारी टैग लगे हुए हैं। जांच के लिए फ़ूड अधिकारी रूपेंद्र परमार को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जो जांच करने गांव में पहुंचे।
मगर जिन लोगों को तीन माह से खाधान्न नही मिला उन लोगों को छोड़कर सेल्समैन के द्वारा बताए गए लोगों से वयान दर्ज करके बापस लौट आये हैं।
सूत्र:-
फूड अधिकारी की जांच को प्रभावित करने की इस कोशिश से नाराज ग्रामीण आज कलेक्टर को इस विषय मे आवेदन देने जा रहे हैं।
राजनीति का मुद्दा बन गयी है पीडीएस की दुकान
सूत्रों की माने तो जनता द्वारा शिकायत करने के बाद कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुवंशी एसडीएम कोलारस से इस मामले में कार्यवाही करने की 13 दिन पहले ही बोल चुके थे।
परंतु कोई कार्यवाही न होने से सेल्समैन ने पिकअप भरकर गेंहू बेच दिया। जिसकी ग्रामीणों ने शिकायत की ओर पकड़ा गया। लेकिन राजनीतिक दवाब के चलते 2 दिन बाद भी इस प्रकरण में कोई कार्यवाही नही हो सकी है।




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