काफी समय से चल रहे थे विवाद की सुर्ख़ियो में टीआई एस एस सिकरवार#कई दफा थाना इंचार्ज हटने की भी हुई थी कार्यवाई फिर वापसी हुई थी कोलारस अब फिर कार्यवाई :-👈कोलारस विधायक वीरेंद्र रघुबंशी की अगुवाई में शव रखकर किया थाने का घेराव, टीआई निलंबित:-👈✒ अब किस समय में फिर बहाल किया जाता है यह बड़ा ही सबला चल रहा है लोगो के बीच ...............✒ सवालिया पॉइंट आखिर जब मालूम था तो नाम जद कार्यवाई क्यों नही की क्या शूट-केस के# शूट -केस डकार गए थे सुरेन्द्र सिकरवार कोलारस थाना प्रभारी :-👈सूत्र इन महाशय पर और कड़ी कार्यवाई हो तथा बड़े ही गम्भीरता से जांच की जाये और जो बेग भरे नॉट पर भी अंदर से जाच की जाये
शिवपुरी, । एक्सीडेंट में एक व्यक्ति की मौत के आरोपी को ग्रामीणों द्वारा मौके से पकड़ कर पुलिस के हवाले करने के बाद भी एफआईआर में आरोपी न बनाए जाने से आज कोलारस थाना पुलिस के खिलाफ जनता भड़क गई।
बीजेपी विधायक वीरेंद्र सिंह रघुवंशी के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में भीड़ पोस्टमार्टम के बाद मृतक के शव को लेकर थाने पहुंची और थाने का घेराव किया।
इसके बाद बने दबाव के चलते एसपी ने टीआई को निलंबित कर दिया और केस में आरोपी को भी नामजद करा दिया।
सवालिया पॉइंट आखिर जब मालूम था तो नाम जद कार्यवाई क्यों नही की क्या शूट-केस के# शूट -केस डकार गए थे सुरेन्द्र सिकरवार कोलारस थाना प्रभारी :-👈सूत्र इन महाशय पर और कड़ी कार्यवाई हो तथा बड़े ही गम्भीरता से जांच की जाये और जो बेग भरे नॉट पर भी अंदर से जाच की जाये
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज सुबह देहरदा सड़क निवासी राजाराम रघुवंशी अपने घर के बाहर बैठे थे तभी एक कार ने उन्हें टक्कर मार दी,।
जिससे वो बुरी तरह घायल हो गए। दोपहर दो बजे उनकी मौत हो गई।
घटना स्थल पर रहे मृतक के परिजनों व ग्रामीणों ने कार चालक को पकड़ लिया जिसकी पहचान आदिम जाति कल्याण विभाग में पदस्थ अधिकारी बीके माथुर के रूप में हुई, ।
बताया जा रहा है कि माथुर दुर्घटना के वक्त मोबाइल पर बात कर रहे थे।
कोलारस टीआई एसएस सिकरवार पर लगाए आरोप।
इस मामले में कोलारस थाना पुलिस ने अपराध क्रमांक 304/19 पर एफआईआर दर्ज की।
लेकिन उसमें आरोपी के स्थान पर वाहन का चालक लिखा, आरोपी का नाम नहीं लिखा गया।
जबकि ग्रामीण खुद आरोपी बीके माथुर को पुलिस के हवाले कर आए थे जो एफआईआर लिखे जाते समय भी थाने पर बैठे थे।
इस मामले में बीजेपी विधायक वीरेंद्र सिंह रघुवंशी ने टीआई सुरेंद्र सिंह सिकरवार पर आरोप लगाया कि उन्होंने जानबूझकर आरोपी को बचाने के लिए एफआईआर में नाम नहीं लिखा।
ग्रामीण भड़का हुआ आक्रोश तो , शव रखकर किया घेराव, एसपी ने टीआई को तत्काल सस्पेंड।
देखते ही देखते ग्रामीणों में पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर आक्रोश फैल गया।
विधायक वीरेंद्र सिंह रघुवंशी ने खुद मोर्चा सम्हालते हुए थाने के घेराव की घोषणा कर दी और उनके आह्वान पर सैकड़ों की संख्या में लोग इकट्ठा होकर कोलारस थाने में मृतक का शव लेकर जमा हो गए।
जहां विधायक रघुवंशी ने प्रदेश सरकार व एसपी से कार्रवाई की मांग की और जनता से शांति पूर्वक विरोध की अपील करते रहे।
विधायक पूरे मामले की मजिस्ट्रियल इन्क्वायरी की मांग कर रहे थे।
तो उधर जिलाधीश अनुग्रह पी ने आदेश भी दे दिए है:-👈सूत्र
इसके बाद बने दबाव के चलते एसपी राजेश सिंह चंदेल ने एक आदेश जारी कर कोलारस टीआई सुरेंद्र सिंह सिकरवार को प्रथम दृष्टया कर्तव्य के प्रति लापरवाही, संदिग्ध आचरण व अन्य कदाचरण प्रदर्शित करने के चलते सस्पेंड कर दिया।
आदेश में लेख है कि उन्होंने आरोपी ज्ञात होने पर भी प्रथम सूचना रिपोर्ट में जानबूझकर आरोपी को बचाने हेतु आरोपी के नाम का उल्लेख नहीं किया।
एसपी ने इसके बाद आरोपी बीके माथुर को भी केस में नामजद करा दिया, तब जाकर विरोध शांत हुआ। इसके बाद मृतक के परिजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए।

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