किसानो को पहले किया श्री नाथ ने परेशान #फिर ईश्वर ने :-👈☝अब कर रहे सरकार के अधिकारी परेशान 👈☝जनता को वापस याद आयो जननी जगत मामा ऑफ़ टाइगर:- दर्जनों खेतो में पड़ी ख़राब फसल अन्दाता बेहाल किसानो को बैंको के कर्ज वसूली के नोटिस, किसान परेशान | बैंक का फरमान हम जबरन थोड़ी न किसान को परेशान कर रहे ऊपर से प्रेशर तभी तो हम नोटिस दे रहे........
शिवपुरी। किसानो के कर्जमाफी के वादे पर बनी कांग्रेस की सरकार ने किसानो से वादा खिलाफी कर दी हैं।
कर्ज माफी के सपने के बाद किसानो को कर्जा माफ नही किया। अब खबर आ रही हैं कि बैंको ने अतिवर्षा के बाद वसूली के नोटिस देकर किसानो का रहा मनोबल तोड दिया हैं।
जिले में आधे से भी किसानो के कुल 92 हजार किसानो ने कर्ज माफी के लिए आवेदन किया था,लेकिन इनमें से अब तक 39 हजार 559 किसानो का ही कर्ज माफ हुआ हैं।
कर्जमाफी के लिए अधिकतम 2 लाख तक का कर्ज माफ होना था,लेकिन 52 हजार किसान अभी भी कर्जमाफी की प्रक्रिया में फसे हुए है।
इनका कर्ज अभी माफ नही हुआ हैं।
जिनका कर्ज माफ हुआ हैं उनका भी पूरा नही हो पाया हैं,जिससे किसान परेशान हैं। केसीसी जिसके माध्यम से किसान बैंक से नगद लेगर खाद बीज ले सकता हैं,।।
उस राशि का कर्ज माफ होने के कारण बैंको ने ना सिर्फ केसीसी पर रोक लगा दी,बल्कि किसानो से वसूली की योजना बनाकर वसूली के नोटिस भी थामना शुरू कर दिया हैं।।।।।
अभी किसान वैसे ही काफी बर्षा के कारण फसलो के खराब होने के कारण परेशान हैं।
जितनी लागत लगाई थी वह भी निकल नही रही अगली फसल की तैयारी को लेकर खाद बीज को लेकर चिंतित है।।।।
अब ऐसे में बैंको ने नोटिस देकर बडा ही संकट खडा कर दिया हैं।
सिर्फ 20 हजार हुए माफ
केसीसी खाते में 2 लाख का कर्जा माफ नही हुआ,सोसायटी के खाते में 40 हजार का कर्जा था।
20 हजार माफ हुए हैं। सेवा सहकारी संस्था से लिए कर्ज को जो 20 हजार माफ हुए है ओर 20 हजार रू उसमें भरने हैं।
केसीसी के खाते में 2 लाख का कर्जा माफ नही हुआ हैं,बैंक ने केसीसी पर रोक लगा दी हैं।
मुन्ना रावत,कैमई के किसान
बैंक से कर्ज वसूली के आ रही है नोटिस
मैने 1 लाख 28 हजार का कर्ज केसीसी के खाते से लिया था। कर्ज माफी प्रक्रिया के तहत 16 जनवरी को आवेदन किया था और कर्ज माफी की लिस्ट में नाम भी आ गया था,लेकिन कर्ज माफ नही हुआ हैं। अब बैंक से वसूली के नोटस भी आना शुरू हो गए हैं।
केसीसी बंद होने के कारण इस फसल के लिए मार्किट से अधिक ब्याज में पैसा उधार लिया था। अतिवर्षा के कारण यह फसल खराब हो गई। अब नई फसल के लिए खाद बीज का इंतजाम करना हैं। अब नई फसल के लिए कर्ज मिलेगा यह सोच कर परेशान हूं।
मोहन सिंह,बैराड के किसान

कोई टिप्पणी नहीं