pub-7443694812611045 नाटक या .........:-👈सस्पेंड होते ही सिविल सर्जन की तबीयत बिगडी,ग्वालियर रैफर | मामला इतना गम्भीर हुआ कि प्रदेश के श्री नाथ को बीच में आना पड़ा एकाएक गिरी गाज -:✒डीएम महोदय तो ऐसे चोकी दारी करने की खवर अ रही जैसे कि खुद ही कार्यवाई की हकदार हो इस लिए पूरा दिन चला हाई बोल्टेज ड्रामा............. क्या आम मरीजो की तर्ज पर इलाज नही हो सकता था क्या सिविल सर्जन साहब का - Agnichakra

नाटक या .........:-👈सस्पेंड होते ही सिविल सर्जन की तबीयत बिगडी,ग्वालियर रैफर | मामला इतना गम्भीर हुआ कि प्रदेश के श्री नाथ को बीच में आना पड़ा एकाएक गिरी गाज -:✒डीएम महोदय तो ऐसे चोकी दारी करने की खवर अ रही जैसे कि खुद ही कार्यवाई की हकदार हो इस लिए पूरा दिन चला हाई बोल्टेज ड्रामा............. क्या आम मरीजो की तर्ज पर इलाज नही हो सकता था क्या सिविल सर्जन साहब का




शिवपुरी। खबर जिला चिकित्सालय से आ रही है। जहां बीते रोज अमानवीयता की हद को पार करते हुए एक लाश की आंखों पर लगी चींटियों के मामले को मीडिया द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित करने के बाद आज कलेक्टर ने अस्पताल पहुंचकर इस मामले में लगभग 2 घंटे की पूछताछ की। 




जिसपर से प्रथम दृश्यता मामले में कलेक्टर ने जिम्मेदार सिविल सर्जन सहित 5 लोगों को तत्काल प्रभाब से सस्पेंड कर मामले की जांच डिप्टी कलेक्टर मुकेश सिंह को सौंपी है।




सिविल सर्जन डॉ पीके सिंह ने जैसे ही सस्पेंड की खबर सुनी उनकी हालात और बिगड गई। 



जिसपर से चिकित्सकों ने सिविल सर्जन को तत्काल ग्वालियर रैफर कर दिया।


क्या आम मरीजो की तर्ज पर इलाज नही हो सकता था क्या सिविल सर्जन साहब का

 यहां बता दे कि जैसे ही यह मामला मीडिया में आया तो सिविल तत्काल अपने ही चिकित्सालय में भर्ती हो गए। 




जब कलेक्टर अस्पलात में जांच के लिए पहुंची तो वहां सिविल सर्जन भर्ती मिले।

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