pub-7443694812611045 उदासीनता :- नगर में चारों ओर शासकीय भूमि पर बन गई दुकानें, जिम्मेदार कौन ,।। - Agnichakra

उदासीनता :- नगर में चारों ओर शासकीय भूमि पर बन गई दुकानें, जिम्मेदार कौन ,।।

 




पॉइंट नम्बर 1 :- बाकी बची शासकीय जमीन पर ओर दुकान बनाने की फिराक में कब्जे धारी,।।



पॉइंट नम्बर 2 :- नगर में एक दर्जन से अधिक दुकानों लगी किराय पर बिना रोक टोक के हो रही संचालित,।।



फरहान काजी रन्नौद -: जिले के रन्नौद नगर में जब से नगर परिषद बनी है,तब से कब्जे धारियों की मानो बाढ सी आ गई हो वह कब्जे धारी लोगों ने सरकारी बेसकीमती जमीनों पर कब्जा करना शुरू कर दिया है,रन्नौद के श्मशान घाट से लेकर पिछोर रोड तक करोडों की कीमत की सरकारी जमीन पर कब्जा कर दुकानें तान दी है और अब किराए पर संचालित हो रही है शासकीय सर्वे नम्बर पर अवैध कब्जे कर बनाई दुकान उक्त सर्वे नंबर पर एक दर्जन से ज्यादा दुकानें बना कर तैयार कर दी गई है जो की किराए पर संचालन हो रहा है। स्थानीय प्रशासन को लिखित में शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जिससे अवैध कब्जा धारियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं। 




बता दे कि अवैध कब्जे धारियों को जिम्मेदार अधिकारियों का रत्ती बराबर भी भय  नहीं है तभी तो दिन प्रति दिन काम जारी है, इतना ही नही,रन्नौद थाना परिसर के पीछे तरफेसिंग कर कब्जा कर लिया गया है शासन प्रशासन ने कब्जा न हटाया तो वो दिन दूर नही जब वहां दुकान या मकान बना कर किराए पर संचालित किया जाएगा,।।




पिछले कई वर्षों से देखा जा रहा है जहां राजनेताओं के सहयोग से कब्जाधारी बेतहाशा अंदाज में कब्जे पर कब्जे कर अपने मंसूबों में कामयाब साबित हो रहे हैं ,।।


यहां बताना जरूरी होगा कि, शासन प्रशासन के लोग कब अवैध कब्जे धारियों पर कार्यवाही का फुल मूड बनाने का प्रयास करते हैं तब राजनेताओं के दबाव में उनको कार्यवाही में राहत देकर , कार्यवाही ठंडे बस्ते में रखा जाता है,अब गोर करने वाली बात यह होगी कि कुछ शासकीय नंबरों पर दुकानें मकान बन गए कुछ पर बनना शेष है शासन प्रशासन के जिम्मेदार क्या एक्शन लेते हैं देखना बकाई दिलचस्व होगा,।।



पाठकों को ज्ञात करा दे कि,पूर्व में भी कई तहसीलदार महोदय ने नोटिस देकर कार्यवाही करना चाही लेकिन जिम्मेदारों पर सफेद पोश नेताओं का अनैतिक दबाव के चलते कार्यवाही केवल नोटिस तक सिमट गई अब आगे,क्या होता है देखना दिलचस्व होगा,।।



इनका कहना है  - इंजीनियर को मौके पर भेजकर सर्वे करवाता हूं और रिपोर्ट राजस्व विभाग को सौंप दूगा जैसा ही अतिक्रमण की दुकानें को हटाने की कार्यवाही बहुत जल्द होगी- मयूर वहाने सीएमओ नगरपरिषद रन्नौद।


इनका कहना है - अभी 2 दिन की छुट्टी पड़ गई थी,मैंने पटवारी को अवगत करा दिया है निरिक्षण करा कर आगे की कार्रवाई बहुत जल्दी से करते हैं-अशोक सिंह राजपूत तहसीलदार रन्नौद।


इनका कहना है - हमने राजस्व विभाग और नगर परिषद दोनों में लिखित में शिकायत की है कि सरकारी जमीन पर दुकाने बनकर तैयार हो गई। और वह किराए पर संचालित है लेकिन अभी तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है-दुर्गेश जाटव निवासी रन्नौद।।


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