pub-7443694812611045 रन्नौद की युवा टीम ने,गरीब आदिवासी को समय पर हॉस्पिटल पहुंचा के बचाई जान,।। - Agnichakra

रन्नौद की युवा टीम ने,गरीब आदिवासी को समय पर हॉस्पिटल पहुंचा के बचाई जान,।।

 





युवाओं ने एवं पीड़ित के परिजन ने, डॉक्टर आर एस विश्वास पर लगाए गंभीर आरोप,।।



फरहान काजी रन्नौद / शिवपुरी - जिले के रन्नौद नगर के प्राइवेट चिकित्सक ने गरीब आदमी की जान से खिलवाड़ करते हुए,उपचार न करते हुए , उक्त पीड़ित को भला बुरा कहते हुए भगा दिया, जिससे परिजन की ओर परेशानी पड़ती गई, डॉक्टर की किलिंक से गुजरते समय,एक दर्जन से अधिक युवकों ने पीड़ित की हालत देखी उक्त युवकों ने डॉक्टर आर एस विश्वास को आवाज लगा कर बुलाया गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई जिसके चलते मरीज की हालत बिगड़ने लगी, तभी वहां पर मौजूद एक दर्जन युवा पीड़ित को उनके परिजन के साथ लेकर रन्नौद के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लेकर पहुंचे,जहा पर मौजूद डॉक्टर रणजीत अहिरवार ने धनीराम आदिवासी पुत्र हन्नू आदिवासी उम्र 55 वर्ष निवासी गुरैया का उपचार किया ,पीड़ित के पेट में तेज दर्ज था जिसके चलते 108 एम्बुलेंस सेवा से जिला अस्पताल रेफर किया गया, बता दे कि मरीज धनीराम आदिवासी के दो बेटों ने लिखित शिकयत दर्ज कराई गई , मरीज को लेकर आए नगर के एक दर्जन युवाओं ने भी लिखित शिकायत दर्ज कराई है, डॉक्टर के गलत व्यवहार से दुखी होकर,।।




जानकारी के अनुसार , नगर रन्नौद के वार्ड क्रमांक 7 से ख़बर है जहां आर एस बंगाली नामक व्यक्ति के पास देर रात्रि 8 : 45 एक गांव के परिजन तेज गति से पेट दर्द के मरीज को लेकर पहुंचे जहा प्राइवेट चिकित्सक से उपचार के लिए गुहार लगाई लेकिन कोई सुनवाई नही हुई, परिजनों का कहना है कि, हमेशा से हम अपने परिवार के सदस्यों का इलाज डॉक्टर बंगाली के पास कराते आए हैं , अब समय पर उपचार मिल जाता तो हमारे पापा जी को राहत मिलती,बाकी रन्नौद के बहुत सारे लोग, रन्नौद के सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे जहा उनकी बात पर डॉक्टरों ने सही उपचार किया , रात में हालत न बिगड़े जिसके चलते डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर किया गया।।




इनका कहना है, डॉक्टर आर एस विश्वास रन्नौद, मरीज की हालत ठीक नही दिखी इस लिए मैने हाथ लगाना अच्छा नही समझा देर रात तक भी लोगो की सेवा करते हैं, सीरियस पेशेंट को मेरे क्लिनिक पर कुछ हो जाता तो सब मुझे दोष देते इस लिए मैने उपचार करना उचित नही समझा,।।




उनका कहना है, मोहन रजक निवासी रन्नौद, में ओर मेरे एक दर्जन दोस्त शादी में से लौट रहे थे तभी वार्ड क्रमांक 7 में एक क्लिनिक पर देखा की एक मरीज तड़प रहा है डॉक्टर बंगाली को आवाज लगाई लेकिन वह नही आए, उनके बालकों से बोला उसके बाद भी मरीज की सुनवाई नही हुई, इस लिए हम सब लोग रन्नौद के सरकारी अस्पताल धनीराम आदिवासी को लेकर पहुंचे जहा इलाज कराया गया और लिखित शिकयत दर्ज कराई डॉक्टर के खिलाफ ,।।




इनका कहना है, आसिफ अली निवासी रन्नौद, हम एक शादी समारोह से लौट रहे थे , तभी रास्ते में एक मरीज तड़पता मिला डॉक्टर बंगाली जी को बुलाया मरीज की हालत बिगड़ता देख हम सभी साथी पीड़ित मरीज को रन्नौद के सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे जहा प्राथमिक उपचार करा कर धनीराम आदिवासी जी को जिला अस्पताल रेफर कराया गया, ।।




इनका कहना है , सुरेश कुमार आदिवासी मरीज के पुत्र , हम हमेशा से डॉक्टर बंगाली के यहां इलाज कराते आए हैं, आज जब मेरे पापा की तबियत ज्यादा बिगड़ी तो रन्नौद के आर एस विश्वास जी के पास आए लेकिन उन्होंने जरा भी नहीं देखा और भला बुरा कह कर हमें व हमारे पिता जी को भगा दिया, रन्नौद के कुछ लोगों ने हमारी पीड़ा समझी और रन्नौद के सरकारी अस्पताल में उपचार कराया, साथ ही जिला अस्पताल रेफर कराया,।।

कोई टिप्पणी नहीं

Blogger द्वारा संचालित.