pub-7443694812611045 वन रक्षक पर लोकायुक्त कार्यवाही ने सिद्ध किया,वन रक्षक ही भक्षक बने बैठे हैं,।। - Agnichakra

वन रक्षक पर लोकायुक्त कार्यवाही ने सिद्ध किया,वन रक्षक ही भक्षक बने बैठे हैं,।।

 





पॉइंट नम्बर 1 -।।रिजर्व फॉरेस्ट में वन कर्मी ही माफियाओं से साठ गांठ करके खदाने संचालित करवा रहे हैं,।।



पॉइंट नम्बर 2 -।। यह नहीं कहा जा सकता कि, वन विभाग की सहभागिता से अवैध खनन जारी नहीं है,।।



पॉइंट नम्बर 3।। वन भूमि को बचाने नहीं किसी जिम्मेदार का ध्यान आकर्षित,।।



पॉइंट नम्बर 4 -।। वन महकमे के उप वन मंडल अधिकारी बोले, कोई भी वन स्टाप पैसे लेकर खदान चलवा रहा है कार्यवाही करेंगे,।।


फरहान काजी रन्नौद - शिवपुरी।। जिले के वन परिक्षेत्र पिछोर के अधिकारियों की अनदेखी के चलते जंगल नष्ट हो रहा है,वन कर्मी माफियाओं से साठ गांठ कर के कही जंगल कटवा रहे हैं तो कही पैसे लेकर अवैध खदाने संचालित करा रहे हैं,यह हम नहीं कह रहे हैं बलवीर लोधी की शिकायत के बाद राजफाश मामला हुआ है,।।



यहां बता दे कि,गुरुवार दोपहर के समय में एक वन रक्षक को बलवीर नामक व्यक्ति से अवैध फ़ारसी पत्थर के व्यापार के लिए सौदा तय हुआ था वन रक्षक हर महीने टैक्टर ट्राली निकलने के एवज में पैसे मांग कर रहा था,वहीं टैक्टर मालिक ने शिक़ायत कर वन रक्षक को पकड़ा दिया है,।।




यह भी बता दे कि लोकायुक्त की कार्यवाही से साफ है कि इन दिनों जंगल को नष्ट करा कर वन रक्षक जिनको वन संपदा की सुरक्षा के लिए नियुक्त किया गया है लेकिन वह अपनी जिम्मेदारी से भागते हुए, जंगल का सफाया कराने पर आमदा है,।।





वन माफिया से मिल कर वन रक्षक इन दिनों रिजर्व फॉरेस्ट में जमकर अवैध खनन करा रहे है,ऐसा नहीं है कि जिम्मेदारों को ख़बर न हो, हो सकता है साहब लोगो को महीना वन रक्षक अपनी नौकरी दाव पर लगा कर सौदा कर रहे हो , वरिष्ठ अधिकारी लाख जतन करें कि की जंगल सुरक्षित है लगातार कार्यवाही कर रहे हैं लेकिन गुरुवार को ही लोकायुक्त कार्यवाही से वन महकमे के जिम्मेदारों को सवालों के लाल घेरे में लाकर खड़ा कर दिया है कि, आखिर दिन के उजाले में कैसे अवैध खनन कार्य संभव है क्या वरिष्ठ अधिकारी व क्षेत्रीय नेताओं की सह पर सब कार्य निरंतर जारी है,।।




ऐसा न हो कि जंगल का सफाया होते होते जंगल खत्म हो जाए इससे पूर्व ही जिम्मेदारों को पैनी नजर के साथ अपना काम निष्ठा पूर्ण ढंग से करना होगा तभी रिजर्व फॉरेस्ट सुरक्षित होगा,।




पहले एक दौर था कि, अवैध खनन में कोई भी माफिया अपने नए नए लाखों के वाहन लेकर खदान में सीना छलनी करने नहीं कूदता था कि बड़ी कार्यवाही न हो जाय लेकिन अब के माफियाओं में रत्ती बराबर भी शासन प्रशासन का भय नजर नहीं आ रहा है आलम यह कि नए नए टैक्टर ट्राली लेकर बेखौफ अंदाज में माफिया रिजर्व फॉरेस्ट की खदान में पहुंच रहे है और माल भर कर वापस बेखौफ रोड पर अपने टैक्टर ट्राली दौड़ा रहे हैं,।।




बता दे कि इन दिनों जेसीबी व एलएनटी मशीन दिन के उजाले में जमकर खदानों में चल रही है जिम्मेदारों को ख़बर पर ख़बर दी जा रही है लेकिन उन्हें पकड़ने में नाकाम साबित हो रहे हैं सूत्रों की माने तो वन विभाग में घूस खोर छोटे बड़े कर्मचारी कार्यवाही से पहले माफियाओं को आगाह कर दे रहे हैं जिससे बड़ी कार्यवाही में काफी देरी हो रही है,इतना ही नहीं रिश्वत खोर ध्रुव शर्मा की तर्ज पर अनेक वन रक्षक रेंजर डिप्टी रेंजर नेताओं के माध्यम से साठ गांठ कर रिजर्व फॉरेस्ट में अनाधुन जंगल की सफाई कराने में भागीदारी निभा रहे हैं, अब देखने वाली बात यह होगी कि वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की टोली क्या कुछ कार्यवाही करती है वह देखना दिलचस्व होगा


इनका कहना है आदित्य शन्दिलिया एसडीओ वन विभाग,।। रिजर्व फॉरेस्ट में वन रक्षकों द्वारा हर महीने पैसे लेकर खदान चलवाई जा रही है यह निंदनीय बात है , हमने गलत गतिविधियां वाले वन रक्षक ध्रुव तोमर को सस्पेंड करा दिया है , हमने साफ तौर से रेंजर पिछोर को बोल दिया है कोई भी वन कर्मी पैसे लेकर खदान न चलवाए, किसी को बख्शा नहीं जाएगा, रिजर्व फॉरेस्ट की चौखट व कोलू घाट खदान पर जल्दी ही बड़ी कार्यवाही करेंगे,।।


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