pub-7443694812611045 ,,ख़ाकी बर्दी धरी की#दबंगाई पत्नी,पर बरपा कहर,,,,,✒नशे में धुत्त एस आई ने जला दिए अपनी पत्नी के कपड़े,और फिर चलाई गोलीयाँ। - Agnichakra

,,ख़ाकी बर्दी धरी की#दबंगाई पत्नी,पर बरपा कहर,,,,,✒नशे में धुत्त एस आई ने जला दिए अपनी पत्नी के कपड़े,और फिर चलाई गोलीयाँ।


इंदौर। पुलिस जनसुनवाई में मंगलवार को पीड़ितों ने पुलिस के खिलाफ शिकायतें दर्ज करवाईं। एक पीड़ित ने जांच के लिए रुपए मांगने का आरोप लगाया। एक महिला ने कहा कि उसका एसआई पति मारपीट करता है। उसने सारे कपड़े जला दिए और भाई पर गोलियां चलाईं।
अयोध्यापुरी कॉलोनी (कोदरिया) निवासी खुशबू ने एसपी (मुख्यालय) मो. यूसुफ कुरैशी से कहा कि 10 वर्ष पूर्व एसआई योगेशराज से शादी हुई थी। योगेश फिलहाल कोतवाली थाने में पदस्थ है। वह शराब पीने का आदी है। आए दिन मारपीट करता है। 17 दिसंबर को उसने रात 12 बजे मारपीट की और बाल पकड़कर बाहर निकाल दिया। दो नाबालिग बेटियों के साथ देर रात वह मां के घर पहुंची। योगेश ने खुशबू के भाई को कॉल कर घर बुलाया और सारे कपड़ों में आग लगा दी। उसने कहा कि तेरी बहन की चिता जला दूंगा। उसने नशे में गोलियां भी चला दी। पीड़िता थाने पहुंची तो आरोपित वहां भी आ गया और धमकाने लगा।
इसी तरह बेरसिया (भोपाल) निवासी प्रकाशचंद्र अहिरवार ने तुकोगंज थाने के एसआई केशवसिंह कुशवाह पर रुपए मांगने का आरोप लगाया है। प्रकाश के मुताबिक, उसने बीएफसी एग्रोटेक एंड प्रॉपर्टीज इंडिया के संचालक अंसार एहमद, ब्रांच मैनेजर अफसार, कैशियर अबरार के विरुद्ध धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करवाई थी। एसआई केशवसिंह ने पीड़ित और गवाहों के बयान लिए और कहा कि कार्रवाई के लिए रुपए देना पड़ेंगे। पुलिस के पास बहुत सारे काम है। एसआई ने दोनों ही मामलों में जांच के आदेश दिए है।
तमाशा बन गई पुलिस जनसुनवाई, न्याय नहीं मिलता, चक्कर लगवाते हैं अफसर
पुलिस जनसुनवाई से नाराज पीड़ितों ने मंगलवार को अफसरों को जमकर खरीखोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि जनसुनवाई तमाशा बन गई है। महीनों तक सुनवाई नहीं होती है। अफसर चक्कर लगवाते रहते हैं। भवानी नगर निवासी संगीता चौहान का आरोप है कि उसे आरोपित जितेंद्र सिंह धमका रहा है। उसने कहा कि दो हत्या कर चुका है। उसे भी मार देगा। संगीता पति विक्रम और बेटी किरण के साथ पुलिस कंट्रोल रूम के चक्कर लगा रही है। अफसर कार्रवाई का आश्वासन देकर रवाना कर देते हैं। राजमोहल्ला निवासी कमल चावला ने तो गुस्से में पेपर ही फेंक दिए। उसने दिलीप गुरनानी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। कमल के मुताबिक, अफसर आवेदन लेकर रवाना कर देते हैं। उन्हें यह नहीं पता जांच कहां दबी हुई है। जबकि वह कंट्रोल रूम आते-आते थक गया। अब तो यह भी जानने लगा कि फाइल किस कमरे में दबी हुई है।

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