pub-7443694812611045 रन्नौद, मुँहासा ,पिपरोदा उवादी, राजापुर, अकाझिरी , आदी , खरीदी केंद्र पर परिवहन को रखा 26 हजार 500 कुंटल गेंहू कभी भी सरकार को लग सकता है एक करोड़ से अधिक का नुकसान जिम्मेदार कुम्भ करण की नींद सोये हुए है। - Agnichakra

रन्नौद, मुँहासा ,पिपरोदा उवादी, राजापुर, अकाझिरी , आदी , खरीदी केंद्र पर परिवहन को रखा 26 हजार 500 कुंटल गेंहू कभी भी सरकार को लग सकता है एक करोड़ से अधिक का नुकसान जिम्मेदार कुम्भ करण की नींद सोये हुए है।





रन्नौद, मुँहासा ,पिपरोदा उवादी, राजापुर, अकाझिरी , आदी , खरीदी केंद्र पर परिवहन को रखा 26 हजार 500 कुंटल गेंहू कभी भी सरकार को लग सकता है एक करोड़  से अधिक का नुकसान जिम्मेदार कुम्भ करण की नींद सोये हुए है।


गेहूं में लगने लगा दीमक, 6 खरीदी केंद्रों पर खुले में पड़ा एक करोड़ से ज्यादा का गेहूं।


परिवहन न होने से अंधी तूफान के कारण हो सकता है बड़ा लॉस।।




बीच रोड पर भी मण्डी  के बहार खड़े है दर्जनों टैक्टर ट्राली हो रहा यातायात नियम का खुल्ला उलन्घन ।आज और कल छुट्टी होने से किसान जबरन मण्डी अंदर इंट्री की मांग को लेकर दिन भर खड़े रहे किसी ने कोई सुध नही ली।।



आर आई महोदय जी से टैक्टर अंदर खड़े करने की गुजारिश एक नही सुनी।।


मीडिया हॉउस न्यूज रन्नौद :-शिवपुरी । समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी चालू हुए 12 दिन हो चुके है परन्तु परिवहन में नतीजा जीरो।



 लेकिन परिवहन न होने से गेहूं में दीमक लगने लगा है। और समय रहते परिवहन नही किया गया तो जिम्मेदारों को जबाब देना मुश्किल में पड़ देगा।


 6 समर्थन मूल्य खरीदी केंद्रों पर 26 हजार 500 क्विंटल गेहूं खुले में पड़ा है। रन्नौद केंद्र क्र 1 पर 8000 कुंटल और क्र 2 पर 4000 कुंटल से अधिक गेंहू खुले आसमान में पड़ा है इसी के चलते मुँहासा खरीदी केंद्र पर 4000 कुंटल पिपरोदा उवादी  खरीदी केंद्र पर 3000 कुंटल राजापुर खरीदी केंद्र पर 4000कुंटल अकाझिरी 3500 कुंटल रखा गेहूं की बारियों में दीमक लगने लगा है।  साथ ही बिना बोरी कट्टे में माल रखते हुए गरीब किसान त्रपाल पर खुले में गेंहू लेकर बैठे है इसी बीच कुछ अनहोनी होती है तो जिम्मेदार कौन।।



बार-बार शिकायत के बाद भी गेहूं का परिवहन नहीं किया जा रहा है। खुले में रखे गेहूं की कीमत 4 करोड़ रूपये से अधिक है। 


अगर बारिश हुई तो सरकार को 4 करोड़ से ज्यादा का नुकसान होगा।


कई खरीदी केंद्र पर आज दिनाक तक सप्लाई गेंहू की नही हुई प्रभारियो को भारी संकट में इस समय देखा जा सकता है।।





 खरीद प्रति दिन बढ़ती जा रही है और माल का  परिवहन करने वाले जिम्मेदार पता नही कौन सी मस्ती में मस्त हो कर नींद की गुप छुप में छुपे है। देखना यह होगा कि समय रहते नुकसान से बचने के लिए क्या कदम उठाते है खरीदी केंद्र प्रभारी व गेंहू का परिवहन का ठेका ले रखा है उक्त व्यक्तियो द्वारा कान में जुह रेंगती है या नही।।




जगदीश तौमर समिति प्रबन्धक का कहना है आज दिनाक तक परिवहन नही हुआ जिससे कभी भी भारी नुकसान हो सकता है छः केंद्र पर 26 हजार से अधिक गेंहू रखा है परिवहन के लिए।।


 अभी तक समर्थन मूल्य पर खरीदी गए गेहूं में  लगभग 26 हजार क्विंटल गेहूं केंद्र पर खुले में पड़ा हुआ है। करीब 8 से 10 दिन हो गए गेहूं का परिवहन न होने से बोरियों में दीमक लगने लगी है। इस संबंध शिवपुरी जिले के सप्लायर हेड तिवारी जी से बात की तो उलट पुलट जबाब दे कर कॉल काट दिया।।



जब इस मामले को खरीदी केंद्र के जिम्मेदार को कॉल किया परन्तु कोई जबाब नही मिला बार बार कॉल करने पर मोबाईल बन्द का जबाब मिला।।



डीएमओ से भी बात की तो उन्हेनो ने भी कॉल नही लिया।।



 मण्डी में मोजूद लोग ने नाम न छाप बाते हुए कहा कि  लगातार कुछ दिन से मौसम बिगड़ रहा है। और दोहपर के समय हवा का भी काफी जोर रहता है।।



 अगर तेज बारिश हो जाएगी तो 4 करोड़ का गेहूं केंद्र पर नष्ट हो जाएगा। इसी तरह अकाझिरी व ऐसे दो  समर्थन मूल्य खरीदी केंद्र पर 


 गेहूं मैदान में पड़ा हुआ है। सरकारी गेहूं की सुरक्षा के लिए क्या इंतेजाम होना चाहिए और क्या है यह सब मामला समझ से परे है।।



बारिश होने से अगर गेहूं में नुकसान होगा तो इसकी भरपाई केंद्र संचालक को करनी होगी। जबकि गलती प्रशासन की मानी जायेगी।


 क्योंकि प्रशासन परिवहन का इंतजाम नहीं कर रहा है।


 लेकिन अधिकारी गेहूं उठवाने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गेहूं की बोरियां जमीन पर पड़ी होने से उनमें दीमक लगने लगी है। 



और बोरियां में दीमक लगने से इंकार नही किया जा सकता है।

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