लापरवाही 🙏✒ 32 से 40 सीटर बस में भर रहे 150 से अधिक सवारी हर बस और ऑटो मैजिक बसूल किये जाते तभी यह चालको का जोख़िम सम्भब🙏✒ जिम्मेदार महकमा चुनावी चंगुल में व्यस्त अनफिट बस ऑटो मैजिक रात दिन फर्राटे भर्ती हुई। हो रहे आये दिन हादसे फिर भी नही लिया जा रहा सबक। ओवरलोड वाहनों पर नहीं है अंकुश। सूत्र व कांग्रेस नेता विरजेंद्र सिंह पडरिया ने आज ही बताया है कि रन्नौद थाना अंतर्गत एक मोहम्मदपुर पर एक गम्भीर हादसे में महिला की मोत हो गई है।वह बाहन ओवरलोड था और काफी स्पीड सायद तेज थी टक्कर मार भग गया।
मीडिया हॉउस न्यूज रन्नौद शिवपुरी/ मोहम्मद फरहान काजी/जिले की तहसील रन्नौद थाना अंतर्गत इन दिनों भारी ओवरलोड सवारी बाहन जैसे कि बस ऑटो मैजिक पिकअप सवारी ढोने वाली मशीनरी कण्डम हालत में चलती नजर अ रही है इन पर कार्यवाही करने वाले तो नजर नही अ रहे इसका मुख्य कारण लोक सभा ही माना जायेगा।
गांव साहित जिले भर में सड़क हादसे लगातार बढ़ रहे हैं।लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं से भी लोग सबक नहीं ले रहे हैं।।
वहीं तेज रफ्तार वाहनों पर किसी का नियंत्रण नहीं है। इस कारण वाहन चालकों में किसी का खौफ भी नहीं है।
रन्नौद थाना के आस पास कई बड़े छोटे हादसे हो चुके है जिनमे अधिकतर कई बड़े छोटो की जान चली गई है।
और आज भी एक मोहम्मदपुर /डुमेला बीच बड़ा ही दर्द नाक हादसा हुआ जिसमे महिला कि मृत होने की खबर सुनाई दे रही है।
आमजन के साथ जिम्मेदार अधिकारी दुर्घटनाओं को अनदेखा कर देते हैं।
अन्य जिले की भी अनफिट आती है बस रन्नौद में धका पेल भारी जा रही सवारी जितनी सीट बस में है उससे अधिक आती है सवारी सवार होकर अंदर सीट के अलाबा खड़ी रहती है सावरी फिर रास्तो में बसो कि छत पर इतनी सावरी लाद दी जाती है ईश्वर न करे कोई बड़ी घटना हो अगर हो गई तो बस के ऊपर बैठने वाले का तो ईश्वर ही मालिक है।
रन्नौद, राजापुर, मायापुर, पिछोर, खनियाधाना , खोड़, बेदमाऊ, मथना, अमारा, मेगोनाडांग, ढेकुआ, अकाझिरी, माडा, खहरे, पचावली, देहरदा चौराहा,।।
के बीच चलने वाली टैक्सी सहित लंबी दूरी की बसों में ओवर लोडिंग जारी है। लेकिन इन पर रोक नहीं लग पा रही है और ओवर लोडिगं ही दुर्घटनाओं का बड़ा कारण है। इसके साथ वाहनों की तेज रफ्तार से दौड़ने वाले वाहन भी दुर्घटना का कारण बनते हैं।जिन पर आज तक कोई प्रभावी रोक लगाने के प्रयास नहीं किए गए हैं।
अशोकनगर से ईशागढ़ खतोरा होते हुए पचावली देहरदा चौराहा कोलारस शिवपुरी मार्ग पर थाना चौकिया बनी हैं। बाबजूद इसके इस मार्ग पर नियमों की अनदेखी कर वाहन सरपट दौड़ते हैं। यही हाल है।।
लेकिन उक्त मार्ग पर सबसे अधिक नियमों से खिलवाड़ हो रहा है। छोटे बड़े सवारी वाहनों का संचालन, ओवर लोडिंग यहां सबसे अधिक है।
सवारी बाहन और बिना सवारी बाहन का बेजा उपयोग हो रहा है।।
कृषि कार्य के लिए रजिस्टर्ड होने वाले और इसी कार्य के लिए उपयोगी ट्रैक्टर-ट्राली ग्रामीणों के आवागमन का साधन होने के साथ व्यावसायिक उपयोग का भी साधन बने हैं। ये वाहन आए अक्सर दुर्घटना का कारण बनते हैं। ट्राली का व्यावसायिक उपयोग नही है जबकि पीडीएस का माल ला रहे।।
बीते कुछ दिनों पहले रन्नौद से कुछ किलो मीटर दूरी पर दो युवको की टैक्ट्रर से भिड़ंत के कारण मौत गई।
और बाइक बुरी तरह नष्ठ हो गई थी लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इन वाहनों के गलत उपयोग पर न तो पाबंदी लगाते हैं, न कोई कार्रवाई की जाती है। ग्रामीण क्षेत्र में ट्रैक्टर का उपयोग होता है।
सुरक्षा उपकरण भी नहीं
अधिकांश वाहनों में हादसे से बचने के उपकरण नहीं हैं। शहर से होकर जाने वाले छोटे-बड़े सवारी वाहन जीपों, मैजिक ऑटो और बसों में न तो अग्निशमन यंत्र हैं और न ही फर्स्ट एड बॉक्स ही रखे जा रहे हैं। जिससे तुरंत उपचार
या बचाव के कोई इंतजाम तक नहीं किए गए है।
ओवर लोड टैक्सियों पर नहीं है लगाम।।
जहाँ बस नही जा सकती उसका फायदा उठा कर छोटे छोटे सादन संचालित होने वाली सालों पुरानी जर्जर और कंडम हो चुकी टैक्सियां गांव गांव में से होकर गुजरती है।
लगभग लगभग देखा जाये तो बिना परमिट के दर्जनों ऑटो मैजिक चल रही है
लेकिन जर्जर हो चुकी टैक्सियो को बंद नहीं किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इनमें से कई टैक्सियां बिना परमिट के ही चल रही है।
हर थाने व चौकी सामने से संचालित होने वाली इन ओवर लोड टैक्सियों पर अंकुश नहीं लग पा रहा है।
इसका मुख्य कारण इनका महीना जो थाने चौकियो में जाता है।इसी का फायदा बाहन चालक उठाते है
वाहनों में बैठकर यात्रा करने वाले लोग खुद अपनी जान जोखिम में डालते हैं, लेकिन उन्हे समझाने और तत्काल कार्रवाई करने वाला कोई नहीं है। ।
बच्चों के हाथ में वाहन
शहर में इन दिनों बच्चों के हाथ में दो और तीन पहिया वाहन सबसे ज्यादा देखे जाते हैं। जल्दी आने-जाने की जल्दबाजी में बच्चे जिस स्पीड व जिस तरीके से वाहन चलाते हैं उसमें सड़क हादसों की संभावनाएं ज्यादा बन रही हैं।
ऑटो/ मैजिक में आगे सवारी पीछे सामान
सवारी भरकर दौड़ रहे आटो में भी क्षमता से अधिक सवारी भरी जाती है। इसके साथ ही आसपास के धार्मिक व दर्शनीय स्थलों पर बुकिंग करके क्षमता से ज्यादा सवारी भरकर आटो चालक फर्राटे मार रहे हैं। साथ ही माल भी ढ़ो रहे हैं।






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