पुरे अंचल में रहा ईद का माहोल जम कर महकी शीरख़ुर्मा की महक:-✒बड़े हर्षोल्ला के साथ मनाई गई ईद उल फ़ित्र का त्यौहार:- चाँद कि तारीख जब 29 होती है तो कुछ ऐसी ख़ुशी जाहिर करते है कि मानो कि कोई सबसे अजीज चीज मुस्लिम बन्दुओ को मिल गई हो ख़ास कर उनको जिन्होंने पुरे माह इबादत जुगार बने पुरे रोजे रखे तहज्जुद की नफ्ले नमाजे पड़ी उनके लिए 29 सा चाँद की ईद बड़ी ही खुश करने वाली ईद होती है। कई मुस्लिम बन्दुओ ने पर नफर के हिसाब से फितरा दिया पहले नही दे पाये उलमा बताते है कि फ़ितरा नही दिया नमाज से पहले तो ईद की नमाज कुबूल नही होती इस लिए मुनासिब यह होगा कि चाँद दिखने से पहले ही फ़ितरा दे दिया जाये तो बहतर रहेगा। ईद की नमाज अदा करने के बाद मुस्लिम लोगो में सेल्फ़ी का चढ़ा जूनून और गले मिलते हुए ली सेल्फ़ी।
बड़े हर्षोल्ला के साथ मनाई गई ईद उल फ़ित्र का त्यौहार:-
चाँद कि तारीख जब 29 होती है तो कुछ ऐसी ख़ुशी जाहिर करते है कि मानो कि कोई सबसे अजीज चीज मुस्लिम बन्दुओ को मिल गई हो ख़ास कर उनको जिन्होंने पुरे माह इबादत जुगार बने पुरे रोजे रखे तहज्जुद की नफ्ले नमाजे पड़ी उनके लिए 29 सा चाँद की ईद बड़ी ही खुश करने वाली ईद होती है।
कई मुस्लिम बन्दुओ ने पर नफर के हिसाब से फितरा दिया पहले नही दे पाये उलमा बताते है कि फ़ितरा नही दिया नमाज से पहले तो ईद की नमाज कुबूल नही होती इस लिए मुनासिब यह होगा कि चाँद दिखने से पहले ही फ़ितरा दे दिया जाये तो बहतर रहेगा।
ईद की नमाज अदा करने के बाद मुस्लिम लोगो में सेल्फ़ी का चढ़ा जूनून और गले मिलते हुए ली सेल्फ़ी।
मीडिया हॉउस न्यूज नेटवर्क रन्नौद/मोहम्मद फरहान काजी/ कोलारस अनुविभाग कस्बा रन्नौद नगर में हर बर्ष की भाँति इस बर्ष भी ईद की नमाज अदा कराई गई शहर काजी साहब के पुत्र हाफिज मोहम्मद फैजान काजी साहब ने ईद की नमाज अता कराई यह सिलसिला काफी लम्बे अर्से से चली अ रही एक परमपरा है पहले तो मुस्लिम समुदायक के लोग एक माह तक तो रोजे और सुन्नाटे तराबी ए नमाज पड़ते है हाफिज आलिम लोग बताते है यह माह बहुत ही यहम है मुस्लिम समुदायक के लोगो के इस माह में हजार महीनो से अफ़जल माना जाता है इसी माह में मुस्लिम समुदायक के लोगो सबसे पाक साफ किताब क़ुरआने पाक इस महीने में आसमान से उतारी गई थी इस इस महीने मुस्लमान जितनी खुदा के लिए इबादत करे उतनी कम है। हाफिज मोहम्मद फैजान साहब ने बताया है कि इस माह में रोजे रखना और गरीब के जकात देना ये दोनों ही फर्ज है इससे अल्लाह राजी होता। इनका कहना है आज मेरे बेटे हाफिज फैजान ने ईद की नमाज पढ़ाई काफी तादात में मुस्लिम समुदायक के लोगो ने पहले तो शांति के साथ नमाज अदा की फिर सभी ने एक दूसरे को गले मिल कर ईद की दिली मुबारक बाद दी और जनाब मोहम्मद जाकिर साहब शहर काजी रन्नौद। बुधवार को ईद उल फित्र का त्योहार हर्षोल्लास से मनाया गया। ईदगाह एवं मस्जिदों में तकरीर हुई।
मुस्लिम समाज के लोगों ने ईद की नमाज अदा की और सुख-शांति और समृद्धि के लिए अल्लाह से दुआ मांगी। रन्नौद ईदगाह पर हजारो सिर सजदे में झुके। हाफिज मोहम्मद फैजान काजी ने ईदगाह पर 8: 45 बजे विशेष नमाज अदा कराई। जिसके बाद सभी मुस्लिम समुदाय के लोगो के द्वारा देश और तरक्की के लिए अमन चैन कि सामूहिक दुआ कि गई।
रंग बिरंगे कुर्ता पजामा व पठानी सूट में सजे लोगों ने एक दूसरे के गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी। सिवइयों से मुंह भी भीठा कराया गया। लजीज व्यंजनों की खुशबू दिन भर महकती रही। ईद के मुबारक मौके पर मुस्लिम समाज के लोगों ने नए कपड़ों के साथ नवाबी, कश्मीरी सहित कई प्रकार टोपियां भी पहनीं।
बड़ों ने छोटों को ईदी दी। हिंदू एवं अन्य समाज के लोग भी कार्यक्रमों में शरीक हुए। साथ ही प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता ईतजाम किये गए। थे रन्नौद नायब तहसीलदार थाना प्रभारी सुरेश बाबू शर्मा एएसआई महेंद्र पाठक एएसआई ब्रजमोहन सेलर ने सुरक्षा कि कमान खुद संभाली और साथ ईदगाह पहुंचकर सुरक्षा ईतजामो का जायजा लिया साथ ही इंतजाम किये गए।
सुरक्षा कि दृष्टि से कई जगह पुलिसकर्मी ईद कि नमाज के वक्त तैनात थे। जनप्रतिनिधियो, अधिकारियो ने गले मिलकर दी ईद कि बधाई






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