pub-7443694812611045 निरीक्षण , अपर कलेक्टर व कोलारस एसडीएम पहुचे पचावली, खाद की शासकीय दुकान पर की बड़ी कार्यवाई,,,।। - Agnichakra

निरीक्षण , अपर कलेक्टर व कोलारस एसडीएम पहुचे पचावली, खाद की शासकीय दुकान पर की बड़ी कार्यवाई,,,।।

 



पॉइंट ,1, अपर कलेक्टर को खाद वितरण में मिली 565 कटटों की हेराफेरी, जिम्मेदारों को जबाब देना पड़ गया मुश्किल,।।



पॉइंट 2,, पचावली मार्केटिंग सोसाइटी : स्टाक व वितरण पर्ची में मिलान नहीं मिलने से कड़ी नाराजगी जताई, पीओएस मशीन के ट्रांजेक्शन में भी गड़बड़ी,।।


पॉइंट 3,,बड़े गुस्से में दिखे, अपर कलेक्टर खुद की मौजूदगी में करीब 2 घण्टे से अधिक समय मे कराई सम्पूर्ण कार्यवाई, ।।


पॉइंट, 4,, कड़क रवैया में दिखे एडीएम, दुकान व गोदाम,खुलने किया करीब आधा घंटा इंतेजार, ।।



मोहम्मद फरहान काजी@ रन्नौद, शिवपुरी,। जिले भर में खाद वितरण में अनियमितता की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने गुरुवार को एडीएम विवेक रघुवंशी व कोलारस एसडीएम बृजबिहारी श्रीवास्तव को पचावली मार्केटिंग सोसायटी पर जांच के लिए भेजा। एडीएम और एसडीएम द्वारा की गई जांच के दौरान मार्केटिंग सोसायटी में खाद वितरण में गंभीर अनियमितताएं सामने आई है। यहां खाद के स्टाक और वितरण में अनियमितता के साथ-साथ पीओएस मशीन के टांजेक्शन में गंभीर अनियमितता सामने आई है। एडीएम ने खाद्य विभाग सहित कृषि विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाकर पूरे मामले की गहन जांच के आदेश दिए हैं।




नहीं पता किस किसान को कितना दिया गया खाद

मार्केटिंग सोसायटी वितरक दिनेश वैरागी ने अधिकारियों को बताया कि उसने पर्चियों के आधार पर किसानों को खाद वितरण किया है। उसने अधिकारियों को कुल 178 पर्चियां उपलब्ध करवाई। इन पर्चियों के अनुसार उसने कुल 555 कट्टे वितरण किए,।।




खाद का वितरण किया है। जब अधिकारियों ने उससे यह जानना चाहा कि उक्त खाद के कट्टे उसने किन किन किसानों को वितरित किए हैं? तो उसके पास इस बात का कोई रिकार्ड नहीं पाया गया कि उसने किन-किन किसानों को खाद के कट्टे वांटे हैं। ऐसे में खाद के कट्टों का वितरण संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। एसडीएम बृजविहारी श्रीवास्तव के अनुसार जो 555 कट्टे किसानों को विक्रय करना

बताए गए हैं, उन कट्टों को पीओएस मशीन पर नहीं चढ़ाया गया है।

पीओएस मशीन के ट्रांजेक्शन में घालमेल

मार्केटिंग सोसायटी की पीओएम मशीन की जांच करने पर पाया गया कि 16 नवंबर को मशीन में सुबह आठ बजकर 37 मिनट से दोपहर तीन बजकर 37 मिनट हैं। जो पूरी तरह से गैरकानूनी है।




तक ट्रांजेक्शन हुआ है। इस दौरान पहचा ट्रांजेक्शन सुबह 8:37 से है जो 11:10 तक चला है। इसके बाद दूसरा ट्रांजेक्शन 13:10 से 3:37 तक चला है। इस बीच चार घंटे कोई ट्रांजेक्शन नहीं हुआ। एसडीएम के अनुसार पर्चियों में किसी पर्ची में एक कट्टा तो किसी पर्ची में दो कट्टा खाद वितरण होना बताया गया है। वहीं पीओएस मशीन में कम से कम 10 बैग और अधिक से अधिक 20 वैग का वितरण होना बताया गया है। ऐसे में ट्रांजेक्शन में घालमेल दिखाई दे रहा है।




कभी नहीं मिला प्रबंधक, सदस्य आपरेटर करता है पीओएस

दिनेश वैरागी ने अधिकारियों को जो कथन दर्ज कराया है, उसके अनुसार उसने सोसाइटी के प्रबंधक भूपेंद्र शर्मा को कभी नहीं देखा है। इसके अलावा सारा काम सदस्य जगत पाल दांगी संभालते हैं और वही उसे वेतन देते हैं। उसने अपने बयान में यह भी बताया है कि कभी कभी सदस्य जगत पाल दांगी भी पीओएस मशीन आपरेट करते।।







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