pub-7443694812611045 न्यूज पंच :- अन्य जांच की जद में सस्पेंड चल रही कोलारस की पूर्व रेंजर कृतिका पर , राष्ट्रीय पक्षी मोर के अपमानित मामले में नहीं हो सकी कार्यवाई, वन रक्षक नरेंद्र कुमार विधुआँ आज भी न्याय की लगा रहा है गुहार,। - Agnichakra

न्यूज पंच :- अन्य जांच की जद में सस्पेंड चल रही कोलारस की पूर्व रेंजर कृतिका पर , राष्ट्रीय पक्षी मोर के अपमानित मामले में नहीं हो सकी कार्यवाई, वन रक्षक नरेंद्र कुमार विधुआँ आज भी न्याय की लगा रहा है गुहार,।

 




जबसे शिवपुरी जिले में पदस्थ हुई है कड़क रवैया वाली रेंजर हमेशा रहती है चर्चा में,।। 



गलत काम करके उस पर पर्दा डालने में जमकर है माहिर रेंजर कृतिका ,।



पूर्व में डीएफओ सुधांशु यादव पर लगा चुकी है गम्भीर आरोप प्रत्यारोप ,।



पूर्व में एक फरियादी को गुंडे बदमाश शब्दो से कर चुकी है दुर्व्यवहार , उसके बाद भी रेंजर पर अभयदान ,।




राष्ट्रीय पक्षी मोर के घटना क्रम मामले में डीएफओ शिवपुरी को करना चाहिए सख्त कार्यवाही,।।




मोहम्माद फरहान काजी रन्नौद, शिवपुरी@ । जिले के वन मंडल शिवपुरी के अंतर्गत आने वाला वन परिक्षेत्र कोलारस की सब रेंज खरेह के मुडेरी वन क्षेत्र में किन्ही अज्ञात कारण के चलते दो राष्ट्रीय पक्षी मोर मृत अवस्ता में मिली थी , जिसे गांव के लोगो ने जंगली जानवरो एवं आवारा कुत्तों से बचा कर अपने पास रख लिया था, जिसके बाद वन विभाग को सूचना दी गई आनन फानन में पूर्व में पदस्थ रही रेंजर कृतिका शुक्ला ने वन रक्षक नरेंद्र कुमार विधुआँ व अन्य वन रक्षकों को उक्त राष्ट्रीय पक्षी मोर को लेने भेज दिया,। टीम वहां पहुची उक्त मोर को पीएम कराने के बहाने लेकर वहां से चलती बनी डॉक्टरों द्वारा राष्ट्रीय पक्षी मोर का पीएम नहीं किया तो बन रक्षकों ने रेंजर कृतिका के मौखिक आदेश से प्रोटकोल को तोड़ मरोड़ कर राष्ट्रीय पक्षी मोर का अंतिम संस्कार कर दिया जबकि नियम क्या है वह सब अधिकारी गढ़ जानते है ।।







लेकिन उसके बाद भी अपमानित कर मोर को जलबा दिया बात अब खत्म कैसे हो जब रेंजर दोषी है और कार्यवाई वन रक्षक नरेन्द्र कुमार विधुआँ पर करा बैठी कड़क रवैये वाली मेडम जो कि आज तक बच रही है और वन रक्षक सजा झेलते झेलते थक गया और आज भी न्याय की गुहार लगाता दिख रहा है जिम्मेदार अधिकारीगढ़ मेडम को बचाने का प्रयास करते जा रहे है आखिर कब तक बचाएंगे यह पेचीदा सबाल अब फिर उभर कर सामने आया है ।।




पाठको को एक बार फिर से मामले पर नजर डालते हुए बताते है कि , 14 जुलाई 2021 को राष्ट्रीय पक्षी मोर की अज्ञात कारण से मौत हो गई थी , लेकिन पड़ताल न कराते हुए रेंजर कृतिका ने वन रक्षकों पर रोब झड़ते हुए राष्ट्रीय पक्षी मोर को अपमानित कराते हुए बिना पीएम कराए जलबा दिया , उक्त मामले में ग्रामीणों की मदद से मीडिया ने जिम्मेदारों को नींद से जगा कर बताया की कृतिका शुक्ला ने क्या कुछ कृत्य राष्ट्रीय पक्षी के साथ किया है , ।।




जिम्मेदार वन महकमे के आला अफसर जागे नीद से ओर जांच शुरू की लेकिन जांच चलते चलते 3 साल गुजर गए है और राष्ट्रीय पक्षी मोर को अपमानित कराने वाली मुख्य आरोपी रेंजर कृतिका पर आज तक ठोस कार्यवाई नहीं हुई है जब मीडिया ने सबाल दर सबाल कर मामले को समय समय पर उजागर किया तो वन मंडल अधिकारी व उप वन मंडल अधिकारी ने जांच कराई तो घटना सिद्ध हुई जिसके बाद वन रक्षक नरेंद्र कुमार विधुआँ जो कि दोषी न होते हुए दोष सिद्ध हुआ और अंत मे एक छोटे कर्मचारी को संस्पेंड का ऑर्डर हाथ लगा ,। 




लेकिन बता दे कि जिस रेंजर ने कृत्य कराया उसको आज तक बचा कर वाह वाही लूटने का काम वन महकमे के जिम्मेदार कर रहे है,। जब वन रक्षक पर कार्यवाई हुई तब वन रक्षक ने डीएफओ शिवपुरी को लिखित रूप से अपने कथन दिए जिसमे राष्ट्रीय पक्षी मोर का बिना पीएम कराए अंतिम संस्कार की घटना दर्शाई साथ मे वन रक्षक नरेंद्र कुमार विधुआँ ने यह भी बताया कि मुझे गलत फसाया जा रहा है में बिल्कुल निर्दोष हु मेडम की आज्ञा अनुसार मोर को बिना पीएम कराए अधिकारियों की गैर मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया था, जिसके बाद विभागीय जांच शुरू हुई जिसमें रेंजर के कही न कही कथन लिए गए जिसमें वह ज्यादा कुछ जाबाब पेश न कर सकी जिसके बाद कृत्य को परत दर परत छुपा कर ओर कृत्य करने लगी और वन रक्षक को रूम पर बुला कर ऑडियो डिलीट कर दिया जिससे सबूत मिट जाए और रेंजर कृतिका बच सके, लेकिन जांच में रेंजर मेडम खुद उलझ गई , उप वन मंडल अधिकारी ने पाया कि रेंजर कृतिका भी दोषी है और जल्द कार्यवाई होगी ,।।





राष्ट्रीय मोर को अपमानित कराने वाली रेंजर पर कार्यवाई होगी सुनते सुनते अधिकारी तक बदल गए लेकिन कृतिका शुक्ला पर आज तक मेहरबानी की बजह पता नहीं चली जबकि मुख्य आरोपी ही रेंजर कृतिका शुक्ला है,।




बेसे पाठको यह भी बता दे कि रेंजर कृतिका को एक अन्य आरोप में सिद्ध होकर संस्पेंड जरूर कर दिया एवं शिवपुरी मुख्यालय अटैक कर दिया गया है लेकिन राष्ट्रीय पक्षी मोर का बिना पीएम कराए अंतिम संस्कार मामले में कार्यवाई न होना दिन व दिन सवालों के घेरे में आ गया है वन महकमा।।



अब देखने वाली बात यह होगी कि रेंजर पर अब भी मेहरबानी बरती जाएगी या कार्यवाई होगी वन रक्षक नरेंद्र कुमार विधुआँ एवं राष्ट्रीय पक्षी मोर को न्याय मिलेगा या ओर मामले पर पर्दा डाला जाएगा,।। 


सुना है आदर्श आचार सहिंता हटने के बाद आरोपो में घिरी रेंजर को बहाल कर फिर कृत्य कामो को अंजाम देने के लिए रेंज ऑफिसर बना कर पदस्थ किया जावेगा,या जिम्मेदार फिर सबालो के लाल घेर में आएंगे जिसकी चर्चा जोरो पर रहेगी।।



इनका कहना है,। नरेंद्र कुमार विधुआँ वन रक्षक ,। हमारी परेशानी आज तक खत्म नहीं हुई है , न ही ड़ी हटी हमारे ऊपर से, हमने डीएफओ साहब को सभी जाबाब दे दिए लिखित वह सब आवेदन चपाये बैठे है , शुक्ला मैडम को बचा रहे है, हम निर्दोष है हमे न्याय मिलना चाहिए, रेंजर मेडम पर दोष सिद्ध हुआ उसके बाद भी बचा रहे है, हमारे ऊपर हर महीने 3 हजार का दंड अलग भोग रहे है, पिछोर रेंज की सब रेंज राजपुर पर अटैच कर रखा है ,बस हमे न्याय चाहिए।।




इनका कहना है -/
सुधांशु यादव वन मंडल अधिकारी शिवपुरी,। घटना गम्भीर हुई थी साथ ही मामला संज्ञान में है , जल्द ही राष्ट्रीय पक्षी मोर के प्रकरण में पीसीएफ व सीसीएफ के यहां से कार्यवाई होगी 








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