pub-7443694812611045 सीएम हेल्पलाइन पर फर्जी बयान दर्ज कर, कार्यवाई से बचने की कोशिश, अमोला पुलिस की काली करतूत, एसपी साहब आपका ध्यान आकर्षित कब होगा,।। - Agnichakra

सीएम हेल्पलाइन पर फर्जी बयान दर्ज कर, कार्यवाई से बचने की कोशिश, अमोला पुलिस की काली करतूत, एसपी साहब आपका ध्यान आकर्षित कब होगा,।।

 







बिशेष रिपोर्ट @मोहम्माद फ़रहान काज़ी शिवपुरी :- जिले के अमोला थाना क्षेत्र में पुलिस की बर्दी को शर्मसार करने वाली खबर 19 जून को प्रकाश में आई थी जहाँ, राजस्व महकमे के पटवारी ने चेकिंग के दौरान बिना रॉयल्टी का अवैध रेत से भरा डंपर क्रमांक MP07HB5867 पकड़ा था जिसे जप्त कर अमोला पुलिस की अभिरक्षा में रख दिया था जिसकी चाबी भी पटवारी महोदय ने पुलिस को शोप दी गई थी, जिसके बाद अल सुबह ख़बर यह आई कि उक्त डंपर पुलिस अभिरक्षा से फरार हो गया आनन फानन में अमोला पुलिस के जवान ने हाइवे से कुछ ही दूरी पर डंपर जाते देखा आरक्षक डंपर को पकड़ता जब तक अज्ञात आरोपी ने डंपर को पलटा कर भाग गया जिसके बाद फिर से डंपर जप्त कर पुलिस अभिरक्षा में रख दिया गया, इस घटना में घोर कृत्य घटना मानते हुए स्वतंत्र नागरिक ने सीएम हेल्पलाइन पर कंप्लीट नम्बर 27808483 शिकायत दर्ज करा कर अमोला पुलिस व अमोला थाना प्रभारी अमित चतुर्वेदी पर जांच कर कड़ी कार्यवाई की मांग की गई, शिकायत को फर्जी व मन गड़त बता कर शिकायत बन्द करने की अपील अधिकारी गढ़ से की गई, जबकि हकीकत क्या है वह तो जाँच का अहम बिषय है।।।





जानकारी के अनुसार , अमोला पुलिस की अभिरक्षा से 19 जून गुरुवार को डंपर चोरी मामले में जिले भर की मीडिया व प्रिंट अखबारों ने ख़बर प्रकाशन की थी की राजस्व टीम ने अमोला थाना क्षेत्र से एमसेट रेत का अवैध डंपर बिना रॉयल्टी का जांच के दौरान डंपर पकड़ा था , जो कि पुलिस अभिरक्षा से बाद में चोरी हुआ था, जिसके बारे में स्वतंत्र नागरिक ने मध्यप्रदेश शासन द्वारा चलाई जा रही 181 सीएम हेल्पलाइन व सीएम सिटीजन एप,जिसके माध्यम से शिकायत कर्ता ने 200 शब्दो मे उक्त घटना का उल्लेख में जांच कर कार्यवाई की मांग की थी,, ।




पाठको को ज्ञात करा दे कि , आज जब शिकायत करता के पास शिकायत के  निराकरण का मेंसेज प्राप्त हुआ जिसमे बताया गया कि,  :- शिकायतकर्ता से शिकायत के संबंध में चर्चा करना चाहा तो शिकायतकर्ता का मोबाइल स्विच ऑफ आया है शिकायतकर्ता के बताएं पते पर शिकायत कर्ता के बारे में थाना रन्नौद में जानकारी ली तो थाना रन्नौद द्वारा बताया गया कि शिकायतकर्ता आदतन शिकायत करता है एवं पुलिस की झूठी शिकायत हमेशा ही करता रहता है अतः श्रीमान जी से निवेदन है की शिकायत को बंद करने की कृपा करें,यह सब अमोला पुलिस ने अपनी काली करतूत को छुपाने फर्जी बयान दर्ज कर दिए जिससे शिकायत कर्ता भारी नाराज है..



पाठको यह भी बताना उचित होगा कि शिकायत का फर्जी निराकरण देख शिकायत करता ने जब थाना  रन्नौद के जिम्मेदारों से बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि हमारे द्वारा कोई जाबाब नहीं दिया गया न ही अमोला थाना प्रभारी का कॉल आया न किसी पुलिस स्टाप का,सीएम हेल्पलाइन पर बयान दर्ज किए है वह अमोला पुलिस जाने जो बयान दर्ज किए है,।




वही अमोला थाना प्रभारी अमित चतुर्वेदी से जाबाब में पूछा गया कि,शिकायत के सम्बंध में जब सम्पर्क किया तो बोले कि उस टाइम लगाया था, शिकायत कर्ता ने पूछ नम्बर बन्द तो नहीं था न ही रन्नौद पुलिस ने आपको कोई जाबाब दिया है जिस प्रकार बयान फर्जी मनमाफिक दर्ज किए है तो फोन काट दिया अब पाठको अंदाजा लगाया जाना चाहिए कि थाना प्रभारी गलत होकर किस तरह झूट बोल कर गलती छुपा रहे है ओर फर्जी कहानी सीएम सिटीजन पर दर्ज करा रहे है, इससे यह प्रतीत होता है वहा के थाने में क्या कुछ गुल खिलते है हर रोज की भांति ,।।।




पाठको को कुछ शब्दों में बात दे कि अमोला पुलिस की अभिरक्षा से डंपर चोरी हुआ है जिसके बाद भी मामले को दबाया जा रहा है, कि मानो की कोई अपराध हुआ ही नहीं है, अब ऐसे में फर्जी बयान दर्ज किए है इससे अमोला पुलिस व अमोला थाना प्रभारी का चेहरा साफ जग जगहिर है, आज पुलिस अभिरक्षा से डंपर गया कल को दिन के उजाले में कुछ और भी जा सकता है,।।








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