वन भूमि में बने प्लांटेशन के ,50 हजार पौधे नष्ट, रेंजर अनुराग तिवारी व उनकी टीम बेखबर,।
चौकीदार के भरोसे , बचे खुचे पौधे , मवेशियों का निवाला बनने को शेष,।।
पिछोर परिक्षेत्र अधिकारी ,प्लांटेशन में लगे , पौधो की रक्षा में फेल हो रहे साबित,।।
पिछोर परिक्षेत्र के अंतर्गत, केमखेड़ा सहित अन्य जगह वन भूमि पर लहरा रही खेती , तिवारी साहिब खबरदार होकर , भी गहरी नींद में,।।
राजापुर में वन विभाग के सहयोग से अवैध खनन जारी, हर दिन शासन को जमकर लगाया जा रहा है चूना,।।
फ़रहान काजी रन्नौद - शिवपुरी,।। जिले के रन्नौद सीमा से 20 किलोमीटर दूरी पर स्थित केमखेड़ा गांव के रूपेपुर वीट में वन भूमि में बने प्लांटेशन के कक्ष क्रमांक 1105, में पिछले दो बर्ष पहले करीब 50 हजार पेड़ तैयार करने पौधों का रोपण किया गया था, जिसके बाद से पौधे बड़ा कर सुरक्षित रखना तभी से वन विभाग के जिम्मेदारों के सामने चुनोती भरा मामला था, लेकिन वन विभाग के कर्मचारियों की देख रेख में पौधे बढ़ना थे , वह तो न हुए उसी समय से मवेशियों का झुंड समय समय पर घुस कर उक्त पौधों को नष्ठ करने में लगे है ताजा तस्वीर वन परिक्षेत्र पिछोर के अंतर्गत आने वाली सब रेंज राजापुर के वीट रूपेपुर की है जहाँ वन भूमि में बने प्लांटेशन की हालत इनदिनों बत से बत्तर हो रही है वह हजारों पौधे वाला प्लान्टेशन अपने आप मे जमकर आंसू बहा रहा है,।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, केमखेड़ा गांव के रूपेपुर वीट के, कक्ष क्रमांक 1105 केमखेड़ा में स्थित वन भूमि पर बने प्लान्टेशन में करीब पचास हजार पौध पेड़ बनाने लगाए गए थे जिसमें, सीसम,अमला,चिरौल,करंज बांस,अर्जुन,केसिया, आदि के पौधे लगाए गए थे,।।
बता दे कि हर दिन प्लान्टेशन के पौधों मवेशियों का निवाला बने बैठे है जिम्मेदार तो किसी प्रकार की कार्यवाई नही कर रहे न ही ,उक्त प्लान्टेशन की सुध लेने कोई पहल कर रहे है जिसके चलते ,मवेशियों के झुंड के मालिकों को पर कोई अंकुश नजर नहीं आ रहा हैं आलम यह कि, पौधे नष्ट होते तो हजार बार हो जय लेकिन पर्दा डालने पिछोर परिक्षेत्र अधिकारी है वह यही सब दबाने को जिम्मेदारों ने अभयदान देकर पिकले 12 साल से एक ही जिले व दो परिक्षेत्र में जमा रखा है,।अब देखने वाली बात यह होगी कि रक्षक ही भक्षक बन कर कब तक,हरे भरे नए पेड़ पौध को नष्ट करबाते रहेंगे या कोई कार्यवाई कर प्लान्टेशन में बचे पौधों को बचाया जा सकेगा या फिर ठंडे बस्ते की कहानी में पहुचेगा पूरा मामला,।।
बता दे कि वन विभाग के ज़िम्मेदारों की अनदेखी के चलते हर दिन पौधे नष्ट होते रहे जिम्मेदार आज कल आज कल देखते इसी में बीदे रहे,।।
पाठकगढ़ को एक बिशेष बात बता दे कि, जिस रूपेपुर वीट का आज मामला निकल कर सामने आया है उससे पहले भी, रूपेपुर वीट में पिछले 4 साल पहले पास में बने प्लान्टेशन की बाउंड्री बल के पत्थर बोल्डर , सरपँच , सचिव ने वन विभाग के साथ साथ गांठ कर पत्थर तालाब में उठा कर लगा दिए थे,वह मामले को ऐसे दबाया गया मानो कोई कांड हुआ ही नहीं था,पाठको को ज्ञात करा दे कि अगले अंक में बिशेष ख़बर पड़ना न भूले,।।
कोई टिप्पणी नहीं