pub-7443694812611045 अनदेखी -: रन्नौद बीएलएस 108 करीब तीन माह से लापता, मरीजों को हर दिन होना पड़ रहा है परेशान,।। - Agnichakra

अनदेखी -: रन्नौद बीएलएस 108 करीब तीन माह से लापता, मरीजों को हर दिन होना पड़ रहा है परेशान,।।

 




पॉइंट नम्बर 1 -।। गरीब परिवारों वालो को रन्नौद बीएलएस का नहीं मिल रहा है लाभ,प्राइवेट वाहन से लेकर जिला अस्पताल जाने को मजबूर ,।।



पॉइंट नम्बर 2 -।। जिम्मेदार की अनदेखी का शिकार हो रहे, मध्यमवर्गीय मरीज,।।



पॉइंट नम्बर 3 -।। तीन माह से गायब बीएलएस की नहीं ली सुध, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रन्नौद के जिम्मेदार के सामने विकट परिस्थिति,।। 



फरहान काजी रन्नौद - शिवपुरी ।।जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रन्नौद बीएलएस 108 करीब तीन माह से लापता है जिसके चलते हर दिन मरीजों को एवं मरीज के परिवारजन को भारी परेशान होना पड़ रहा है बता दे कि अभी बीते रोज 80 वर्षीय महिला हमीदा बेगम पत्नी मोहम्मद अजीज की गिरने से हालत नाजुक थी जिनको लेकर सुबह से शाम तक गाड़ी का इंतजार किया लेकिन हार मान कर परिजन 3 हजार रुपए की प्राइवेट गाड़ी लेकर गंभीर महिला मरीज को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहा प्राथमिक उपचार कर जान बचाई गई बाद में मेडिकल कॉलेज शिवपुरी रेफर कर दिया जिससे आगे का उपचार जारी है,।।





अब ऐसे में बड़ा सवाल यह पैदा होता है कि करीब तीन माह से रन्नौद की बीएलएस रोड से गायब होकर किसी कबाड़ खाने में अपना काम कराने को मजबूर है लेकिन रोड पर आने को लेकर कोई समय तारीख आज दिनांक तक निर्धारित नहीं हुआ है, इसी बीच हर रोज रन्नौद की 108 निःशुल्क सेवा प्राप्त करने के लिए मरीज के परिजन इधर उधर भटक रहे हैं लेकिन हार मान कर वह लोग भी अपने मरीज की जान बचाने के उद्देश्य से प्राइवेट वाहन करके जिला अस्पताल ले जाने को मजबूर है ऐसे में शासन के निशुल्क एम्बुलेंस सेवा की जमकर पोल खोल कर रख दी है,।।



पाठकों को ज्ञात करा दे कि - मंगलवार 8 जुलाई को बेदमऊ गांव से एक पिता प्रकाश उर्फ भैया गुर्जर अपनी 27 वर्षीय बेटी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रन्नौद लाया गया पिता का कहना था कि मेरी बेटी के पेट में तीव्र गति से दर्द हो रहा था जिसको लेकर डॉक्टर और नर्स ने कागजात देख कर पड़ताल की गई तो पता चला कि उक्त 27 वर्षीय महिला कल्लो गुर्जर के पेट में बच्चा था जो कि खत्म हो गया था डॉक्टर उमा जैन ने जिला अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी थी,।।




लेकिन परिजन माँ के पेट में बच्चे को जिंदा मानते हुए अपने घर बेदमऊ लेकर पहुंच गए जब अल सुबह तेज दर्द हुआ तो रन्नौद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे जहां डॉक्टर अक्षय शर्मा ने रैफर का पर्चा बना दिया जिसके बाद प्रकाश उर्फ भैया गुर्जर ने शासन से मिलने वाली मरीजों को निःशुल्क एम्बुलेंस 108 सेवा प्राप्त करने हेतु कॉल अनेक बार किया लेकिन उक्त पिता को निराशा हाथ लगी फिर पिता ने अपनी बेटी की तड़प को देखते हुए प्राइवेट वाहन करके जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहा कल्लो गुर्जर का उपचार शुरू हुआ जिसके बाद मृतक बच्चे की सफाई कराई गई समय रहते बच्चे की माँ को भर्ती कर सफाई न होती तो शायद 27 वर्षीय कल्लो भी इस सिस्टम का शिकार होकर इस दुनिया से अलविदा कह जाती गनीमत रही कि पिता की सूझ बुझ से जिला अस्पताल पहुंचे और उपचार कराया गया,।।





पाठकों यह भी ज्ञात करा दे कि बीएलएस गाड़ी संख्या CG 04NU 5323 जून माह की 22 तारीख को गाड़ी रन्नौद पॉइंट पर आ गई थी महज 14 दिन गाड़ी ऑन लोकेशन रोड पर गई थी जिसके बाद रन्नौद की 108 एम्बुलेंस कहा गायब है कोई पता नहीं है ,।।




पाठकों बता दे कि अधिकतर बीएलएस गाड़ियां खत्म कंडीशन में है जिसको लेकर आए दिन गाड़ी कही न कही खड़ी हो जाती है ऐसे में मरीज को मिलने वाली सुविधा बेल्टीनेटर पर है लेकिन जिम्मेदार ध्यान न देते हुए अपनी जेब पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ।।



वर्तमान समय में देखा जाए तो कोलारस की बीएलएस भी ऑन रोड से गायब है कहा किस कंडीशन में है वह तो जिम्मेदार ही बताएंगे,।।




जब इतने लंबे समय से बीएलएस पॉइंट से गायब है तो जेड एम शैलेंद्र सिंह राजपूत से बात की गई तो वह बोले कि गाड़ी सभी अपनी अपनी जगह पर है 27 गाड़ी है जो कि लोकेशन पर लगी हुई है अब ऐसे में कुछ गाड़िया जरूर वर्क शॉप पर काम करा रही है,,।।




बता दे कि निःशुल्क 108 एम्बुलेंस सेवा की पोल खुल गई है तो जिम्मेदार पड़ला झड़ने में कामयाब होने की जुगत में लगे हुए जबकि दो मरीज की अपडेट बता रही है कि बकाई में इन दिनों मरीजों को निजी या प्राइवेट वाहन से जिला अस्पताल लेकर पहुंचना पड़ रहा है परिजनों को अपने अपने मरीज की जान बचाना है तो प्राइवेट वाहन व निजी वाहन से ले जाना उचित होगा क्योंकि गरीबों के हालत पर उनकी परेशानी पर सरकार व सरकार के अधिकारी ध्यान देने वाले तो नहीं है बल्कि उक्त जिम्मेदारों को अपने अपने केबिनों में बुला कर जांच के नाम पर मामले को दबाने का काम करने से नहीं चूकते हैं जांच अधिकारी क्योंकि हर उदाहरण आम जन के सामने पेश है, ।।



अब रन्नौद की तीन माह से बीएलएस बंद है या गुमनाम जगह आराम फरमा रही है या क्या कहानी है वह आगे देखना दिलचस्व होगा,।।




इनका कहना है - मोहम्मद इस्तेखार घायल महिला के पुत्र, मेरी मां अचानक घर में गिर गई थी जिससे वह बेहोश हो गई साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रन्नौद लेकर मां को पहुंचे तो डॉक्टर प्राथमिक उपचार कर जिला अस्पताल रैफर कर दिया जिसके बाद हमने सुबह से लेकर शाम तक निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा की राय देखी लेकिन सुनवाई नहीं हुई तब कही जाकर 3000 हजार में प्राइवेट गाड़ी कर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां उपचार हुआ जिसके बाद मेडिकल कालेज शिवपुरी रैफर कर दिया,।।।।


इनका कहना है -।। चेतन कुमार कुशवाह बीएमओ बदरवास,। बदरवास की बीएलएस गाड़ी लोकेशन पॉइंट पर मौजूद है कुछ दिन पहले मेंटिनेंस के चलते वर्क शॉप में खड़ी कराई थी बाकी रन्नौद एम्बुलेंस गाड़ी संख्या CG 04NU 5323 तीन महीने से लोकेशन पर नहीं है पता करता हु,।।





इनका कहना है, शैलेन्द्र सिंह राजपूत जेड एम ग्वालियर,।। जिले में 27 गाड़िया लगी हुई है कुछ गाड़िया वर्क शॉप पर काम चल रहा है बाकी रन्नौद की गाड़ी तो कभी बंद हुई नहीं है, बाकी लोकेशन चेक करा लेता हु गाड़ी कहा है,।।




इनका कहना है - डॉक्टर अक्षय शर्मा मेडिकल ऑफिसर रन्नौद,, बीएलएस गाड़ी काफी लंबे समय से पॉइंट पर नहीं है जिससे मरीजों एवं गंभीर पेशेंट को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है 8 जुलाई को भी दो मरीज को एम्बुलेंस नहीं मिली ,।।


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