pub-7443694812611045 उदासीनता - रन्नौद मे नर्स के अभाव में - प्रसूति डिलेवरी के लिए दर दर की ठोकर खाने को मजबूर,।। - Agnichakra

उदासीनता - रन्नौद मे नर्स के अभाव में - प्रसूति डिलेवरी के लिए दर दर की ठोकर खाने को मजबूर,।।

 




शनिवार देर रात्रि दो गर्भवती महिलाओं को परेशान होकर अन्य जगह जाना पड़ा,।।



रन्नौद - शिवपुरी।। जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रन्नौद में इन दिनों जच्चा बच्चा की जान से जमकर खिलबाड़ किया जा रहा है आपको बता दें कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पिछले 18 महीने से एक नर्स कंचन मोरले के भरोसे स्वास्थ्य व्यवस्था बेलंटीनेटर पर है इन दिनों डिलेवरी कराने के लिए महिला व उनके परिजनों को दर दर की ठोकर खाने को मजबूर छोड़ दिया है शनिवार देर रात्रि 11 बजे परिजन एक गर्भवती महिला को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रन्नौद पहुंचे जहां परिजनों को बताया गया कि महिला नर्स नहीं वह 3 तारीख तक आ पाएंगी इस बीच जितने भी जच्चा बच्चा के केस आएंगे उन्हें बदरवास या पिछोर जाना होगा जिले में बैठे जिम्मेदारों की अनदेखी का शिकार हो रहा रन्नौद का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र,।।




जानकारी के मुताबिक - शनिवार देर रात्रि एक महिला को पेट में तेज गति से दर्द शुरू हुआ महिला गर्भवती थी उसको लेकर परिजन रन्नौद हॉस्पिटल पहुंचे जहां नर्सों को आवाज लगाई लेकिन कोई भी नहीं आया दीपावली की छुट्टी व शनिवार होने के चलते एक सिंगल मेल नर्स स्टाप मिला वह कुछ भी कहने को तैयार नहीं था,।।




यहां बताना अतिशयोक्ति होगा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रन्नौद में पिछले 18 महीनों से सीनियर नर्स नहीं हैं जिसके चलते गर्भवती महिलाओं को पिछले लंबे समय से परेशान होना पड़ रहा है यह भी बता दे कि यह परेशानी का यह दौर 3 -11-2025 तक जारी रहेगी क्योंकि महिला नर्स कंचन मोरले 18 महीने बाद अपने घर दीपावली की छुट्टी मनाने गई है जिसके चलते कोई भी गर्भवती महिला को चेक करने एवं डिलेवरी के लिए नर्स नहीं है जिससे बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ेगा गर्भवती महिला के लिए,।।


पाठकों को ज्ञात करा दे कि मेडिकल ऑफिसर रन्नौद ने बीएमओ बदरवास से लेकर सीएमएचओ शिवपुरी को लिखित जानकारी दे दी है की महिला नर्स भेजे जाने का कष्ट करे जिससे गर्भवती महिला को बदरवास पिछोर न जाना पड़े,।।



भाजपा शासन में हर विभाग में स्टाप की कमी होना बड़ा ही गंभीर बात है रन्नौद के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में करीब 26 लोगों का स्टाप होना चाहिए जोकि लंबे समय से जगह खाली पड़ी है और आम जन हर रोज परेशान हो रहे हैं इलाज के अभाव में लेकिन जिम्मेदार है कि उनके कान में जुन्ह तक नही रेंगी है,।।


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